सिर्फ पेट और परिवार तक सिमित सोच न रखे हिन्दू : शंकराचार्य निस्छलानन्द सरस्वती जी
अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, रायपुर : पूरी पीठ के शंकराचार्य निस्छलानन्द सरस्वती ने कहा जब तक हिन्दू अपने पेट और परिवार तक सिमित रहेंगे तब तक उन पर अत्याचार होते रहेंगे। शंकराचार्य मंगलवार को रावांभाठा में आयोजित हिन्दू राष्ट्र धर्मसभा को हिन्दू संस्थानम आश्रम में संबोधित किया। उन्होंने कहा की हिन्दुओं में सिर्फ अपने पेट और परिवार तक की ज़िम्मेदारी उठा कर संतुष्ट है। बांग्लादेश में हिन्दुओं की स्तिथि का यही नतीजा है। अगर हिन्दू अध्यात्म से जुड़ेगा , एक दूसरे के प्रति संभव रखेगा और एक – दूसरे से परस्पर संवाद रखेगा तोह ऐसी नौबत नहीं होगी।
उन्होंने आगे संबोधित करते हुए कहा की बांग्लादेश में हिन्दुओं पर इसलिए अत्याचार किया जा रहा है क्योंकि वह अलपसंख्यक है। अगर हिन्दू जाग जाता है तोह मुसलमानो का क्या हर्ष होगा उन्हें इस बारे में सोचना चाहिए। जो खुद को मुस्लमान बताते है उन्हें याद रखना चाहिए की उनके पूर्वज भी वैदिक सनातनी हिन्दू आर्य थे। बांग्लादेश को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा की वो भारत की उदारता और धैर्य को उसकी दुर्बलता न समझे नहीं तोह उसे एक बार में ठिकाने लगा दिया जाएगा।