श्रीलंका: गलत आर्थिक नीतियों और भ्रष्टाचार से बदहाल हुआ खुशहाल देश, फौज भी नहीं बचा पाई राष्ट्रपति भवन, राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे अपने आवास से भागे
अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, सार: दो दशक पहले तक बेहद खुशहाल देशों में शुमार श्रीलंका यूं ही आर्थिक बदहाली और दिवालिएपन की कगार तक नहीं पहुंचा। इसके पीछे पिछले डेढ़ दशकों में गलत आर्थिक नीतियां, राजपक्षे परिवार के भारी भ्रष्टाचार और अंध राष्ट्रवाद से समाज के कई समुदायों को हाशिये पर डाला जाना प्रमुख वजहें रही हैं।
श्रीलंका में महीनों से सुलग रहे गुस्से का लावा शनिवार को अचानक फूट पड़ा तो लगा पूरा देश कोलंबो में सड़कों पर उमड़ पड़ा। इसके साथ ही सत्ता से चिपके बैठे राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे को राष्ट्रपति भवन छोड़कर भागना पड़ा। सुरक्षा में तैनात हजारों सैन्य और पुलिस जवान भी वहां से भाग निकले। राजधानी कोलंबो में जमा लाखों प्रदर्शनकारियों ने कहा, बदलाव के जिस वक्त का हम इंतजार कर रहे थे, वो आ गया है। गोतबाया के भागने से जनता में खुशी है और गुस्सा कुछ कम हुआ है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा, भुखमरी के हालात ने उन्हें सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर किया है। अब हम इस सरकार को उखाड़ फेंकने के संकल्प के साथ आए थे। प्रदर्शनकारियों ने कहा, हमारे पास तेल नहीं होने से गाड़ियां नहीं चला पा रहे हैं। इसलिए सारे लोग पैदल ही प्रदर्शनस्थल तक तक पहुंच रहे हैं।