शैतान को कैद करने का दावा करता था ये शख्स, मौत के बाद रहस्य से पर्दा उठा तो कांप गई थी लोगों की रूह
अक्सर ऐसे किस्से और कहानियां सुनने को मिल जाते हैं, जिन पर यकीन नहीं होता है. दुनिया में एक ऐसा ही शख्स था जो खुद को दुनिया का रहस्यमई और खतरनाक शख्स मानता था. ब्रिटेन में रहने वाले एलिस्टर क्राउल का जन्म 1875 में हुआ था, जिसने खुद को द ग्रेट बीस्ट 666 नाम के शैतान में ढाला था. उसके परिवार के लोग क्रिश्चियन धर्म को मानते थे. लेकिन उसने खुद के लिए एक नया धर्म बनाया.
क्राउली ने अपने धर्म का नाम थेलेमा रखा. इस धर्म को मानने वाले लोग खुद को गोपनीय रखते थे, ताकि लोगों को उनके बारे में ना पता चल सके. क्राउली ने अपने धर्म के लिए अपने मां-बाप को छोड़ दिया. ऐसा कहा जाता है कि उसे हिमालय की चोटी पर चढ़ने की सनक सवार थी. उसने कई बार प्रयास किए. लेकिन वह कामयाब नहीं हुआ. इसके बाद वह दुखी होकर भारत आया.
भारत में क्राउली ने काला जादू सीखा और वह फिर वापस ब्रिटेन लौट गया, ऐसा भी दावा किया जाता है. क्राउली खुद को दुनिया का सबसे दुष्कर्मी प्राणी मानता था. उसने अपने धर्म में सेक्स को एक अलग दर्जा दिया था. वह कई महिलाओं को बंदी बनाकर रखता था. उनके साथ जादू टोने के नाम पर दुष्कर्म करता और इस दौरान नशीले पदार्थों का भी इस्तेमाल करता था.
क्राउली ने दावा किया था कि उसने अपने घर में शैतान को बंदी बनाकर रखा है. 1947 में उसकी मौत हो गई. इसके बाद उसके घर की नीलामी हुई. उसके घर का नजारा देखकर लोग हैरान रह गए. जिस कपल ने क्राउली का घर खरीदा उनमें से एक की मौत हो गई और दूसरा मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गया. रिसर्चर ने उसके घर में घुसने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला.