पुराणों में कही गई बातें व्यक्ति के जीवन को दिशा देने और सही राह दिखाने में बहुत मददगार होती हैं। इन बातों पर आपकी सफलता भी निर्भा करती है। आज हम आपको गरुड़ पुराण में बताए गए उन 5 काम के बारे में बताने जा रहे हैं जो जो व्यक्ति को नहीं करने चाहिए। इन कामों को करने से व्यक्ति के जीवन में कई परेशानियां उत्पन्न होती हैं और कार्यों में असफलता मिलती हैं। तो आइये जानते हैं उन कामों के बारे में जो आपको नहीं करने चाहिए।
संस्कारी संतान नहीं होने पर
जिन माता-पिता के संस्कारी संतान नहीं होते हैं उन्हें अपनी संतान की वजह से समाज में अपमानित होना पड़ सकता है। ऐसे में माता-पिता को अपनी संतान को अच्छे संस्कार की शिक्षा देनी चाहिए ताकि समाज में मान-सम्मान मिलता रहे।
गलत लोगों की संगत में रहने वाला
जो व्यक्ति गलत लोगों की संगत में रहते हैं उन्हें कभी भी मान सम्मान नहीं मिलता है। इसलिए कभी भी बुरे आचारण करने वाले और अधर्मी लोगों की संगत में नहीं बैठना चाहिए।
दूसरों का बुरा सोचने वाला
जो व्यक्ति दूसरों का बुरा सोचता हो उसे कभी भी समाज में मान-सम्मान नहीं मिलता है। गरुड़ पुराण में कहा गया है कि अपने फायदे के लिए दूसरों का नुकसान नहीं करना चाहिए।
आय कम होने पर भी दानी बनना
कई लोगों के स्वभाव में किसी व्यक्ति को दान देने या पैसे उधार बांटने की आदत होती हैं। ऐसे लोग कम आय होने पर भी दूसरों को दान या पैसे देते रहते हैं। इस स्वभाव के लोग हमेशा दुखी रहते हैं। किसी व्यक्ति को अपनी क्षमता से ज्यादा किसी को दान नहीं देना चाहिए।
धन होने पर भी कंजूस बने रहना
जिन व्यक्तियों के पास पैसों की कोई कमी नहीं होती है, लेकिन वे हमेशा कंजूस बने रहते हैं उन्हें कभी भी समाज में मान सम्मान नहीं मिलता। शास्त्रों में कहा गया है कि व्यक्ति को हमेशा अपने सामर्थ्य के अनुसार ही दान करना चाहिए।