ढाका (आईएएनएस)| बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार की खबरें अकसर आती रहती हैं। हाल ही में एक हैवानियत की एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने दहशत बढ़ा दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अबू बकर सिद्दीकी नाम के एक व्यक्ति ने अपनी हिंदू प्रेमी कविता रानी के शव को तीन टुकड़ों में काटकर नाले में फेंक दिया।
अबू बकर ने कविता रानी का सिर काट कर उसके हाथ काट दिए और उसे प्लास्टिक पॉलीथिन में लपेट कर नाले में फेंक दिया। वॉयस ऑफ बांग्लादेश हिंदुओं ने एक ट्वीट में कहा कि 7 नवंबर को हिंदू लड़की कविता रानी का उसके विवाहित प्रेमी अबू बकर ने बांग्लादेश के खुलना जिले के सोनाडांगा में सिर कलम कर दिया था। बाद में रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) ने उसे गिरफ्तार कर लिया। जब कविता रानी को पता चला कि अबू बकर शादीशुदा है, तो इसे लेकर दोनों के बीच खूब झगड़ा किया जिसके बाद अबु बकर ने उसे मौत के घाट उतार दिया। अधिक अत्याचारों का विवरण देते हुए, ट्विटर हैंडल ने कहा कि नौगांव के जिला न्यायाधीश हसन महमूदुल इस्लाम ने हिंदुओं को ‘मलाऊन’ कहकर गाली दी।
भारत बनाम इंग्लैंड मैच में जब भारत इंग्लैंड से हार गया तो न्यायाधीश महमूदुल इस्लाम ने बांग्लादेशी हिंदुओं और भारतीय हिंदुओं को मलाऊन कहकर अपमानित किया। इसके अलावा, चरमपंथियों ने रंगपुर के कौनिया उपजिला के शहीद बाग वल्लभ विष्णु महा श्मशान काली मंदिर में देवी काली की मूर्ति को तोड़ दिया। इसी तरह की एक घटना ने हाल ही में दिल्ली को झकझोर कर रख दिया था जब आफताब अमीन पूनावाला (28) ने जांचकर्ताओं के सामने कबूल किया कि उसने पहचान छिपाने के लिए अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वॉकर का चेहरा जलाया था।
सूत्रों ने कहा कि 18 मई को उसकी हत्या करने के बाद, आफताब ने 10 घंटे में शरीर के 35 टुकड़े कर दिए और फिर पीड़िता के चेहरे को तब तक जला दिया जब तक कि उसकी पहचान न हो सके। इस बीच, पुलिस टीमों ने दौरा किया और महरौली जंगल में श्रद्धा के अवशेष बरामद करने के लिए तलाशी ली।