आए दिन लड़कियों और महिलाओं के साथ छेड़खानी और मनचलों को सबक सिखाने के लिए साउथ दिल्ली की रहने वाली प्रियंका ने महिलाओं के लिए खासतौर पर जीपीएस से लैस हैंड बैग तैयार किए है. जो मुसीबत के समय महिलाओं के लिए खासतौर पर मददगार होंगे. साथ ही इस बैग में एक ऐसी चीज भी लगाई गई है जो छेड़छाड़ करने वाले मनचलों पर पंच की तरह काम करेगा. ये हैंड बैग महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर खासतौर पर तैयार किए गए हैं.
ये हैंड बैग करेगा महिला की हिफाजत
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर देशभर में सवाल खड़े किए जा रहे है लेकिन आए दिन छेड़छाड़ और दरिंदगी के नए मामले निकल कर सामने आ जाते हैं. घर से अकेले निकलने वाली लड़कियां जबतक अपने को सुरक्षित घर वापस नहीं लौट आतीं, घरवालों को उनकी सुरक्षा की चिंता सताती रहती है.
ऐसे में साउथ दिल्ली की रहने वाली डिजायनर प्रियंका ने जीपीएस के साथ ऐसे हैंडबैग तैयार किए हैं जो मुसीबत के समय न सिर्फ लोकेशन को दिखाएंगे बल्कि वक्त पड़ने पर हथियार की तरह काम भी करेंगे.
महिलाओं की सुरक्षा के लिए डिजायन किया ये बैग
पेशे से डिजायनिंग का काम करने वाली वाली प्रियंका ने घर से ऑफिस हो या बाजार, अकेली जाने वाली लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर खास तौर पर जीपीएस के साथ हैंडबैग्स तैयार किए हैं.
इस बैग में एक जीपीएस बटन लगाया गया है जिसको एक सॉफ्टवेयर के जरिये एक फोन नंबर से अटैच किया जाता है. मुसीबत के समय लड़की 3-4 सेकंड तक इस बटन को जैसे ही दबाएगी तुरंत घरवालों के नम्बर पर कॉल आ जायेगी और आप लोकेशन और वहां के साउंड को आसानी से सुन सकते हैं.
क्या है इन बैग्स की खासियत
इन बैग्स की खासियत ये है कि ये पूरी तरह से इंडियन टेक्नोलॉजी और प्योर लेदर से बने है और देखने काफी मजबूत और बेहद खूबसूरत है. साथ ही इन बैग्स में ब्रास से बने बेहद खूबसूरत हैंडल लगाये गए हैं जिनके सिरों को डिजायन करके खासतौर पर नुकीला और शार्प बनाया गया है जिससे मुसीबत के समय हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा सके.
इन बैग्स को तैयार करने वाली प्रियंका बताती है कि हैदराबाद में जिस लेडी डॉक्टर का मर्डर हुआ उस हादसे के वक्त उनका मोबाइल छीन लिया गया यदि उनके पास इस तरह की कोई चीज होती तो उनसे घरवाले आसानी से संपर्क कर सकते है. इस तरह के हादसों को टाला जा सकता था.
ये बैग्स देखने मे जितने खूबसूरत है, मुसीबत के समय उतने ही उपयोगी भी है जो घर से अकेली निकलने वाली लड़कियों और महिलाओं के लिए एक हथियार से कम नहीं है. हालांकि आने वाले समय में जीपीएस को घरवालों के साथ-साथ पीसीआर से कनेक्ट करने की योजना है जिससे मुसीबत के समय घरवालों के साथ-साथ नजदीक पीसीआर को भी कॉल मिल सके.