अनादि न्यूज़ डॉट कॉम जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती को 15 नवंबर तक सरकारी बंगला खाली करने का निर्देश दिया गया है। अब मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महबूबा मुफ्ती सरकारी आवास खाली कर शहर के बाहरी इलाके में अपने एक रिश्तेदार के यहां शिफ्ट हो रही हैं। हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक महबूबा मुफ्ती के करीबी एक पीडीपी नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ”महबूबा मुफ्ती सात से 10 दिनों के भीतर सरकारी आधिकारिक घर खाली कर देंगी। उन्होंने (मुफ्ती) शहर के बाहरी इलाके हरवन में अपने एक रिश्तेदार के घर शिफ्ट होने का फैसला किया है।”
हालांकि कई लोगों ने महबूबा मुफ्ती को आवास की पेशकेश की है। लेकिन उन्होंने लेने से मना कर दिया है। पीडीपी के मुख्य प्रवक्ता सुहैल बुखारी ने गुरुवार रात आरोप लगाया था कि मुफ्ती को तुलसी बाग में एक बहुत ही खराब जगह रहने के लिए पेशकश की गई थी, जो उन्हें अच्छी नहीं लगी।
पीडीपी नेता मोहित भाम ने निष्कासन नोटिस के लिए मीडिया ट्रायल को जिम्मेदार ठहराया। मोहित भाम ने कहा, ‘यह कश्मीरियों के लिए एक प्रतीकात्मक संदेश है कि राज्य की एकमात्र पूर्व महिला प्रमुख को सड़कों पर फेंककर हार की भावना पैदा करें। हर कोई जानता है कि महबूबा मुफ्ती के लिए ऐसे रहना खतरा है, अब उनके पास रहने के लिए घर नहीं है, यही वजह है कि सरकार इन सुरक्षा आवासों को हथियार बना रही है।”
महबूबा मुफ्ती के अलावा जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री और डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी के अध्यक्ष चौधरी लाल सिंह को भी पॉश गांधी नगर इलाके में अपना सरकारी आवास 15 नवंबर तक खाली करने को कहा गया है। अधिकारियों के मुताबिक संपदा विभाग ने चौधरी लाल सिंह सरकारी बंगला खाली करने का आदेश दिया है। वह अपना पार्टी कार्यालय भी सरकारी बंगले से चला रहे हैं।