अफगानिस्तान पाकिस्तान का पडोसी देश है और इसकी सैकड़ों किलोमीटर सीमा पाकिस्तान से लगती है ,परन्तु दोनों देशों के बीच रिश्ते हमेशा तनावपूर्ण ही रहे हैं,जबकि अफगानिस्तान भारत का घनिष्ठ मित्र देश हैं परन्तु अब पाकिस्तान को दोनों देशों की इस मित्रता पर अपनी नापाक नजरें गड़ा दी है और अफगानिस्तान को अपने पाले में लाने की कोशिश में जुट गया है।
इसकी पहल करते हुए पाकिस्तान, अफगानिस्तान की सीमा पर चार लेन वाली हाइवे सड़कों का निर्माण कर रहा है जो अफगानिस्तान और पाकिस्तान को जोड़ेगी , कंगाल पकिस्तान ने इस परियोजना की फंडिंग के लिए विश्व बैंक से समझौता किया है।
परियोजना में पकिस्तान के पेशावर से अफगानिस्तान सीमा पर स्थित तोरखम प्वाइंट तक करीब 48 किलोमीटर लंबी चार लेन वाली सड़क का निर्माण किया जाएगा जो दोनों देशों को एक दूसरे से जोड़ेगा।
परियोजना की कुल लागत के बारे में विशेषज्ञ बताते है की पाकिस्तान ने “खैबर दर्रा आर्थिक गालियारे” के लिये विश्वबैंक के साथ 40.66 करोड़ डॉलर का समझौता किया है।
पकिस्तान के स्थानीय अखबार के अनुसार इस प्रोजेक्ट के लिए सभी समझौतो पर हस्ताक्षर किये जा चुके हैं , पाक्सितान के जानकारों का मनाना है की इस गालियारे के कारण दोनी देशो के बीच न सिर्फ व्यावसायिक आवागमन और आर्थिक गतिविधियों का विस्तार संभव हो सकेगा साथ ही निजी क्षेत्र के विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
अब इन दोनों देशों के बीच यह समझौता भारत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है.अफगानिस्तान के पाकिस्तान के करीब जाने से भारत के हितों को नुकसान पहुंच सकता है।
पकिस्तान के विशेषज्ञों के मुताबिक इस गालियारे से खैबर पखतून प्रांत में एक लाख रोजगार के अवसर मिलने का अनुमान है।