अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही यानी वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के वुकास दर के आंकड़े जारी कर दिए है। इन आंकड़ों ने सरकार को आर्थिक मोर्चे पर राहत की खबर दी है। अप्रैल-जून 2022-23 में भारत की अर्थव्यवस्था में 13.5 फीसदी की दर से बढ़ोतरी हुई है, जो राहत देने वाली है। हालांकि आरबीआई ने ये आंकड़े 16.2 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। यानी विकास दर आरबीआई के अनुमान से कम है।
कोरोना महामारी के बाद भारतीय की अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ रही है। वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में विकास दर 13.5 फीसदी पर पहुंच गया है। सरकार ने आज ये आंकड़े जारी किए है, जबकि 2021-22 की पहली तिमाही में 20.1 फीसदी जीडीपी रहा था, वहीं जनवरी से मार्च तिमाही में विकास दर 4.1 फीसदी पर पहुंच गया था।
इस तिमाही में वैश्विक कारणों के चलते कमोडिटी की कीमतों में तेजी देखने को मिली हैं, लेकिन इन मुश्किलों के बावजूद आर्थिक विकास में रफ्तार दिखाई दी है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मैन्युफैकचरिंग सेक्टर का ग्रोथ रेट 4.8%, कृषि क्षेत्र का विकास दर 2.2% , कंस्ट्रक्शन सेक्टर का ग्रोथ 16.8 %, ट्रेड, होटल, ट्रांसपोर्ट, कम्युनिकेशन जैसी सेवाओं का ग्रोथ रेट 25.7% रहा, जबकि फाइनेंशियल, रियल एस्टेट और प्रोफेशनल सर्विसेज का ग्रोथ रेट 9.2 फीसदी रहा है।