केंद व प्रदेश सरकार दिवाली पर जहां केंद्रीय और राज्य कर्मचारियों पर बोनस की सौगात लुटा रही है। वहीं, भारत संचार निगम लिमिटेड के अफसरों-कर्मचारियों को वेतन के लाले पड़े हैं। दिवाली 27 अक्तूबर को है लेकिन इन कर्मचारियों-अफसरों को सितंबर का वेतन अब तक नहीं मिला है।
वेतन मिलने की तय तिथि बीतने के बाद और दिवाली नजदीक होने के बावजूद वेतन न मिलने से बीएसएनएल कर्मचारियों में आक्रोश है। कर्मचारी वेतन के लिए शुक्रवार को जीएम दफ्तर परिसर में एक दिनी भूख हड़ताल सुबह दस बजे से करेंगे।
बीएसएनएल के सब एरिया कौशाम्बी और इलाहाबाद को मिलाकर 550 अधिकारी और कर्मचारी हैं। इन सब को अभी तक सितंबर माह का वेतन नहीं मिला है। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि फरवरी से लगातार वेतन में विसंगति हुई है। आठ माह पहले महीने के अंतिम कार्य दिवस को ही वेतन मिल जाता था। लेकिन पिछले सात माह से निर्धारित समय से 20 दिन बाद वेतन मिल रहा है। नेशनल फेडरेशन ऑफ टेलीकॉम इम्प्लाइज बीएसएनएल के अध्यक्ष लालजी पटेल, एसएन पांडेय, राम बहादुर, बीएसएनएल इम्प्लाइज यूनियन के जिला सचिव रमाशंकर ने बताया कि दिवाली नजदीक होने के बावजदू अभी तक वेतन नहीं मिला है। बोनस के बारे में तो कर्मचारी सोच ही नहीं रहे हैं। कर्मचारियों ने कहा कि सभी संगठनों से जुड़े बीएसएनएलकर्मी एक दिनी भूख हड़ताल करेंगे।
रेलवे कर्मचारियों से अधिक मिलता था बोनस
बीएसएनएल कर्मचारी राम बहादुर, लालजी और एसएनए पांडेय ने बताया एक दशक पहले बीएसएनएल के कर्मचारियों को रेलकर्मियों से ज्यादा बोनस मिलता था। बताया कि रेलवे को अगर 72 दिन का बोनस मिलता था तो बीएसएनएल के कर्मचारियों को 78 दिन का बोनस मिलता था। आज वेतन के लिए लाले पड़ रहे हैं।