अनादि न्यूज़

सबसे आगे सबसे तेज

छत्तीसगढ़

बालटाल और पहलगाम में अस्थाई रूप से रोकी गई अमरनाथ यात्रा, प्रशासन ने बताई ये वजह

अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, जम्मू और कश्मीर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन पर अस्थायी रोक लगा दी गई है, मिली जानकारी के अनुसार मौसम की वजह से यह रोक लगाई गई है।

प्रशासन ने बताया कि खराब मौसम के चलते बालटाल और पहलगाम में अस्थाई रूप से यात्रा को रोका गया है. कहा गया कि मौसम साफ होने के बाद ही जाने की अनुमति दी गई है. मिली जानकारी के अनुसार कश्मीग घाटी में अगले 24 से 36 घंटे बारिश का अलर्ट है, घाटी में देर रात से बारिश हो रही है।

बता दें जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में अमरनाथ यात्रा 2022 के पहले चार दिनों में कुल 40,233 यात्रियों ने पवित्र गुफा मंदिर में दर्शन किए. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी थी. अधिकारियों ने कहा थी कि 30 जून को यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 40,233 तीर्थयात्री ने गुफा मंदिर के दर्शन किए।

6,300 से अधिक तीर्थयात्रियों का छठा जत्था हुआ था रवाना
इससे पहले कड़ी सुरक्षा के बीच 6,300 से अधिक तीर्थयात्रियों का छठा जत्था दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए मंगलवार को रवाना हुआ।

अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) की कड़ी सुरक्षा के बीच 239 वाहनों में कुल 6,351 तीर्थयात्री यहां भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हुए. इनमें 4,864 पुरुष, 1,284 महिलाएं, 56 बच्चे, 127 साधु, 19 साध्वी और एक ट्रांसजेंडर है।

उन्होंने बताया कि बालटाल आधार शिविर के लिए जाने वाले 2,028 तीर्थयात्री 88 वाहनों में तड़के करीब तीन बजकर 35 मिनट पर सबसे पहले रवाना हुए, इसके बाद कश्मीर में पहलगाम शिविर के लिए 4,323 तीर्थयात्रियों को लेकर 151 वाहनों का दूसरा काफिला रवाना हुआ. बाबा बर्फानी के दर्शन के लिये 43 दिन की वार्षिक यात्रा दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर के नुनवान मार्ग और मध्य कश्मीर के गांदरबल में 14 किलोमीटर के बालटाल मार्ग से 30 जून को शुरू हुई थी।

See also  अप्रैल के पहले हफ्ते में ट्रांसफर की जाएगी महतारी वंदन योजना की राशि

अधिकारियों ने बताया कि अभी तक 72000 से अधिक तीर्थयात्री पवित्र गुफा में बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं. अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर समाप्त होगी।