छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की कोर्ट ने सीआरपीएफ के जवान को सजा सुनाई। जवान पंकज सिंह को हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा दी गई। दरअसल साल 2018 मोवा में रहने वाले महिला कविता वर्मा की पंकज ने हत्या कर दी थी। दोनों के बीच प्रेम संबंध था। गुरुवार को अपर सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार नंदे ने इस मामले में फैसला दिया। लोक अभियोजक केके शुक्ला ने बताया कि घटना 2018 की है। मोवा में रहने वाली कविता वर्मा की 31 जुलाई को खुन से लथपथ लाश मिली और आसपास कारतूस का खोखा पड़ा मिला था। पुलिस ने तब अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। जांच के बाद पंकज की भूमिका भी सामने आई।
पत्नी मायके जाती थी, इस बीच हुआ इश्क
- पुलिस के अनुसार बिहार के बेगूसराय का रहने वाला पंकज सीआरपीएफ के डीआईजी कार्यालय में पदस्थ था। वह पिछले एक साल से कविता के घर पर किराये पर रहता है। उसकी पत्नी हर दो-तीन महीने में मायके जाती थी। तब वह अकेला रहता था। इस दौरान उसके घर खाना कविता बनाती थी। इसी दौरान दोनों में रिश्ता कायम हुआ। जरूरत पड़ने पर पंकज से कविता पैसे भी लेती थी। पैसे लेने की बात पर ही दोनों में विवाद शुरू हुआ था। तब उसने कविता को पीटा भी था। गुस्साई कविता ने घटना से 15 दिन पहले उसकी बाइक में तोड़फोड़ कर दी थी।
- इस बात पर उसकी पत्नी और कविता का जमकर विवाद हुआ। तब कविता ने संबंधों का खुलासा कर दिया था। कविता ने पंकज को दुष्कर्म की रिपोर्ट लिखवाने की धमकी दे दी थी। तब से वह नाराज चल रहा था। इस बीच, उसका पत्नी से भी विवाद बढ़ने लगा था। घटना की रात करीब 9 बजे पंकज सिंह ड्यूटी से लौटा था। उसने कविता के कमरे का दरवाजा खटखटाया। उसने जैसे ही दरवाजा खोला, पंकज ने रिवाल्वर तान दी। कविता ने रिवाल्वर हटाने की कोशिश की थी। इसीलिए पहली गोली उसे नहीं लगी। इसके बाद पंकज ने कविता पर एक के बाद एक तीन फायर किए। जब वह लुढ़क गई तो आरोपी हड़बड़ाता हुआ ऊपर अपने घर गया।