अनादि न्यूज़ डॉट कॉम,दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में नदी पर पुल निर्माण के दौरान लापरवाही बरतने का एक और मामला सामने आया है। शिवनाथ नदी पर सगनी के बाद अरसनारा पथरिया डोमा में पुल पर स्लैब ढलाई के लिए लगाया गया सेंट्रिग बारिश के पानी में बह गया। सेंट्रिग बहने का दूसरा मामला सामने के बाद लोक निर्माण सेतु विभाग हरकत में आ गया है। मामले में दोनों पुल के निर्माण का ठेका लेने वाले ठेकेदारों को नोटिस जारी किया जा रहा है। वहीं क्षेत्र के सब इंजीनियरों से उनकी मानीटरिंग से संबंधित रिपोर्ट मंगाई जा रही है।
पिछले दिनों हुई निरंतर वर्षा के बाद शिवनाथ नदी का जल स्तर बढ़ गया है। नदी में दो स्थानों पर लोक निर्माण सेतु विभाग द्वारा पुल का निर्माण कराया जा रहा है। शिवनाथ नदी पर सगनी में पुल निर्माण हेतु स्लैब ढ़लाई के लिए लगाया गया सेंट्रिंग मंगलवार सुबह तेज पानी के बहाव में बह गया। विभागीय अधिकारी इस घटना की जानकारी जुटाने में लगे रहे, इस बीच शाम करीब चार बजे के आसपास अरसनारा, पथरिया डोमा मार्ग में शिवनाथ नदी पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण के लिए लगाया गया सेंट्रिग भी पानी में बह गया।
कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग सेतु निर्माण संभाग दुर्ग के अनुसार उक्त पुल निर्माण के लिए 15 करोड़ 81 लाख 71 हजार रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। पुल की लंबाई तीन सौ मीटर है। 13 स्पान में इसे बनाया जाना है। प्रत्येक स्पान 23.07 मीटर का है। पुलि निर्माण के लिए अमर इनफ्रास्ट्रक्चर दुर्ग के द्वारा अनुबंध किया गया है। वर्तमान में स्पान नंबर एक,चार एवं सात में काम पूरा हो गया है। स्पान नंबर छह में बीम का कार्य पूरा किया जा चुका है।
विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पाचवें स्पान हेतु स्टेजिंग एवं सटरिंग का कार्य किया गया था। लेकिन मानसून करीब होने की वजह से इसे हटाने कहा गया था। लेकिन भारी वर्षा के कारण अनुबंधक द्वारा इसे हटाया नहीं जा सका और नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण स्टेजिंग एवं सटरिंग गिर गया। विभाग के मुताबिक इस कार्य में किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई है।
मानीटरिंग को लेकर उठ रहे सवाल
वर्षा ऋतु में पुल पर स्लैब ढलाई के लिए अनुबंधक को स्टेजिंग एवं सटरिंग की अनुमति किसने दी, क्या विभागीय अधिकारियों ने समय पर इसकी मानीटरिंग नहीं की। इसे लेकर अभी भी सवाल उठ रहे हैं। विभागीय अधिकारी यदि नियमित मानीटरिंग के लिए जाते तो स्लैब ढलाई के लिए स्ट्रक्चर लगाने से मना करते। वैसे भी 15 जून के बाद स्लैब ढलाई के लिए अनुमति नहीं दी जाती।
अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग सेतु निर्माण संभाग दुर्ग देवेश कुमार महेश्वरी का कहना है कि अरसनारा,पथरिया डोमा मार्ग में शिवनाथ नदी पर पुल निर्माण के लिए लगाया सेंट्रिग पानी में बह गया। सगनी व पथरिया डोमा में हुई इस घटना के संबंध में क्षेत्र के सब इंजीनियरों से रिपोर्ट मंगाई जा रही है। वह मामले में संबंधित ठेकेदारों को नोटिस जारी किया जा रहा है।