देश में सिर्फ 9 लोग कमाते हैं 100 करोड़ रुपये से ज्यादा! इनकम टैक्स के आंकड़ों में हुए कई अहम खुलासे
भारत में करोड़पतियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. लेकिन आपको यह जानकार हैरानी होगी कि देश में सिर्फ 9 ऐसे शख्स हैं जिनकी एक साल की आमदनी 100 करोड़ रुपए से ज्यादा है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से जारी वित्त वर्ष 2018-19 के लिए आंकड़ों से पता चलता है कि देश में सिर्फ 9 ऐसे हैं जिनकी सलाना आमदनी 100 से 500 करोड़ रुपए के बीच है. हालांकि, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने इन तीन लोगों के नाम का खुलासा नहीं किया है. आपको बता दें कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने वित्त वर्ष 2018-19 तक का अपडेटेड टाइम-सीरिज डेटा और असेसमेंट इयर 2018-19 के लिए इनकम-डिस्ट्रिब्यूशन डेटा जारी किया है, जिसमें कॉरपोरेट्स, हिंदू अनडिवाइडेड फैमिलिज (HUF) एंड इंडिविजुअल्स की इनकम डिस्ट्रिब्यूशन की जानकारियां शामिल हैं.
तेजी से बढ़ रही है करोड़पतियों की संख्या- इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से जारी आंकड़ों में बताया गया है कि वित्त वर्ष 2017-2018 में करोड़पतियों की संख्या में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
>> देश में 1 करोड़ रुपए से अधिक की कमाई वाले लोगों की संख्या 97,689 है. वहीं इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की साल 2016-17 की रिपोर्ट में देश में करोड़पतियों की संख्या 81,344 थी. >> देश में 89,793 लोग ऐसे हैं जिनकी आय एक से 5 करोड़ रुपए के बीच है. 5,132 लोग ऐसे हैं जिनकी आय 5 से 10 करोड़ रुपए के बीच है.
>> 100-500 करोड़ रुपये वाले लिस्ट में 9 लोग शामिल है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने इन लोगों के नामों का खुलासा नहीं किया है.
>> असेसमेंट इयर 2018-19 में करोड़पति टैक्सपेयर्स की संख्या 20 पर्सेंट बढ़कर 97,689 पर पहुंच गई है. असेसमेंट इयर 2017-18 में एक करोड़ रुपये से अधिक की टैक्सेबल इनकम वाले टैक्सपेयर्स की संख्या 81,344 थी.
>> अगर सभी टैक्सपेयर्स को इसमें शामिल किया जाए, तो 1 करोड़ रुपये से अधिक की सालाना टैक्स योग्य आय वाले लोगों की संख्या 1.67 लाख है. यह असेसमेंट इयर 2017-18 की तुलना में 19 फीसदी अधिक है.
>> आंकड़ों के अनुसार 15 अगस्त, 2019 तक कुल 5.87 करोड़ इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किए गए. 5.52 करोड़ से अधिक व्यक्तिगत लोगों, 11.13 लाख हिंदू अविभाजित परिवारों, 12.69 लाख फर्मों और 8.41 लाख कंपनियों ने रिटर्न दाखिल किया है.
>> 10-15 लाख रुपये कमाने वाले टैक्सपेयर्स की संख्या 22 लाख से ज्यादा हो गई है.