WorldCup में देश को पहला मेडल दिलाने वाली अरुणा बुड्डा रेड्डी का आरोप है कि बिना बताएं उसके फिटनेस टेस्ट का वीडियो निजी मोबाइल में बनाया गया है. भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के एक कोच ने फिजिकल फिटनेस टेस्ट के दौरान उनकी सहमति के बिना ही वीडियोग्राफी की थी. यह फिटनेस टेस्ट इस साल मार्च के महीने में दिल्ली के आईजीआई स्टेडियम में हुआ था.
अरुणा के मुताबिक, उनके घायल घुटने के फिटनेस टेस्ट का वीडियो उनकी सहमति के बिना वहां मौजूद कोचों में से एक के निजी मोबाइल में रिकॉर्ड किया गया. 24 मई को तेलंगाना जिमनास्ट को उनके टेस्ट की वीडियोग्राफी का आदेश नहीं दिया था, जबकि टेस्ट के दौरान उनकी वीडियोग्राफी की गई थी.
बता दे कि अरुणा रेड्डी साल 2018 में मेलबर्न में आयोजित जिम्नास्टिक वर्ल्ड कप में कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं. हाल ही में जिमनास्टिक फेडरेशन ऑफ इंडिया (GFI) की ओर से ऐसे किसी व्यक्ति को वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए आदेश नहीं दिया था, जो फिटनेस टेस्ट को रिकॉर्ड करे. इसके बाद जिमनास्ट अरुणा ने कोच के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है.