जल संरक्षण का कार्य जनता के सहयोग से ही सफल होगा: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, भोपाल: मध्य प्रदेश में 30 मार्च से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जल गंगा संरक्षण अभियान में जन-भागीदारी से कार्य किया जा रहा है। इन कार्यों में समाज के सभी वर्गों का निरंतर सहयोग मिल रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि जल संरक्षण का कार्य जनता के सहयोग से ही सफल होगा। उन्होंने अपील की कि प्रशासन, आम जनता और जनप्रतिनिधि मिलकर इस अभियान को सफल बनाएं।
झाबुआ जिले में जल गंगा जल संरक्षण अभियान में जल संरचनाओं की सफाई एवं गहरीकरण का कार्य निरंतर किया जा रहा है। जन अभियान परिषद के नेतृत्व में पेटलावद की आदर्श ग्राम पंचायत आसलिया में सामूहिक श्रमदान से कुएं की सफाई एवं गहरीकरण का कार्य किया गया। निरंतर कार्य से कुएं में जल स्तर में सुधार होगा और जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। इस अभियान में नवांकुर संस्था ग्राम विकास प्रसपुटन समिति और ग्रामीणों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
गंगा अभियान, नहर सफाई कार्य
नहर में जंगल साफ करने तथा खरपतवार हटाने का कार्य चम्बल नहर प्रणाली की अम्बा शाखा द्वारा किया गया। विभागीय कर्मचारियों ने सफाई कार्य में भाग लिया और अपना श्रम दान किया। जल के महत्व और उसके स्रोतों के संरक्षण पर जोर देते हुए विरासत को संरक्षित करने के लिए जागरूकता बढ़ाई गई।
ग्वालियर के भितरवार जनपद पंचायत के छिरेंटा गांव में तालाब गहरीकरण कार्य
ग्वालियर जिले में जल गंगा संरक्षण अभियान में जन-भागीदारी से कार्य तेजी से चल रहा है। भितरवार जनपद पंचायत के छिरेंटा गांव के तालाब में एसडीएम श्री डी.एन. सिंह के नेतृत्व में गहरीकरण का कार्य किया गया। इस अवसर पर ग्रामीणों ने जल संरक्षण के महत्व पर सार्थक संवाद भी किया। किसानों से आग्रह किया गया कि वे ग्रीष्मकालीन धान की फसलों के स्थान पर कम पानी की आवश्यकता वाली अधिक उपज देने वाली मूंग की फसल उगाएं। युवाओं को गांव को आदर्श स्थान बनाने का संकल्प दिलाया गया।
जल गंगा स्वच्छता अभियान की शुरूआत शाजापुर जिले से ही की गई
शाजापुर जिले में जल गंगा संरक्षण अभियान में 1800 कार्यों का लक्ष्य रखा गया। जिले में वाटरशेड कार्य, 19 प्रमुख नदियों के उद्गम क्षेत्रों की सफाई तथा 87 पुरानी झीलों की सफाई के लिए कार्ययोजना तैयार की गई। जिले की 352 ग्राम पंचायतों में जल चौपाल शुरू की गई है।
बुरहानपुर में सिंचाई क्षेत्र बढ़ाने के प्रयास
जल गंगा संरक्षण अभियान के शुभारंभ के साथ ही जिले में सिंचाई परियोजनाओं पर काम में तेजी आ गई है। जिले की मुख्य सिंचाई योजना पांगरी से 4400 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी। रु. जिले में. 112.5 करोड़ रुपये की लागत वाली इस सिंचाई परियोजना से 15 गांवों के लगभग 3,200 किसान लाभान्वित होंगे। जल संसाधन विभाग द्वारा 44 झीलों का संचालन किया जा रहा है। ग्रामीणों को जल संरचनाओं की सफाई के महत्व के बारे में बताया गया।