छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कुछ महीने पहले तक जो लोग एक किलो सब्जी खरीदते थे, उन्हें एक पाव सब्जी खरीदने में भी पसीना आ रहा है. पिछले दो महीनों से सब्जियों के दाम बढ़े हैं. ग्राहक तो ग्राहक सब्जी विक्रेता भी इन बढ़े हुए दामों से परेशान हैं. प्रदेश थोक सब्जी विक्रेता संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि दीपावली के बाद ही लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है. दीपावली के बाद सब्जियों की आवक बढ़ने से दाम कम होने के आसार हैं.
राजधानी रायपुर में सब्जियों के बढ़े हुए दाम ने लोगों का मुंह कड़वा कर दिया है. थोक सब्जी बाजार हो या फूटकर सभी जगह सब्जियों के दाम लोगों का मुंह तीखा कर रहे हैं. राजधानी रायपुर के सबसे बड़े सब्जी बाजार शास्त्री बाजार में भी सब्जियों के दाम काफी बढ़े हुए हैं. सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि वो खुद परेशान हैं. सब्जी विक्रेता निर्मला साहू का कहना है कि लगातार हो रही बारिश ने बाड़ियों की सब्जी गला दी है. इसके चलते सब्जियों की आवक कम हो रही है और यही कारण है दाम बढ़ें हैं.
रायपुर में ये हैं सब्जियों के दाम
रायपुर में बरबट्टी 40 से 60 रुपये, करेला 50 से 60 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक रही है. फूल गोभी 50 से 60 रुपये, टिंडा 120 से 180 रुपये, बैगन 40 से 60 रुपये, लौकी 30 से 40 रुपये, भिंडी 50 से 60 रुपये, टमाटर 40 से 80 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर बिक रही है. इसके अलावा मुनगा 60 से 80 रुपये, 80 से 100 रुपये, मिर्ची- 60 से रुपये, मेथी 120 से 150 रुपये प्रति किलोग्राम, अदरक 90 से 100 रुपए प्रति किलो की दर से बिक रहा है.
प्रदेशभर में यही हालात
ऐसा नहीं है कि केवल स्थानीय बाजार में ही माल महंगा है. प्रदेश सब्जी विक्रेता संघ के सदस्य दिलीप केशरवानी का कहना है कि रायपुर के डूमरतराई में स्थित डूमरतराई थोक सब्जी मार्केट में भी प्रदेश भर में सब्जियों को सप्लाई करने वाले भी परेशान हैं. यहां से पूरे छत्तीसगढ़ में सब्जियां सप्लाई होती हैं. बाहरी राज्यों से भी सब्जियां नहीं आ रही हैं. इससे परेशानी और बढ़ रही है.