केंद्र सरकार के अधिक दर पर सेंट्रल पूल में धान खरीदने से इनकार करने के बाद कांग्रेस और भाजपा के बीच सोशल मीडिया पर जारी जंग अब जुबानी हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के फेसबुक पोस्ट और ट्वीट को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भड़क गए हैं। उन्होंने यहां तक कह दिया कि हैं कौन वो?, क्या हैं वो? क्या वो विधायक दल के नेता हैं? प्रदेश अध्यक्ष हैं? विधानसभा में पार्टी के सचेतक हैं? कौन हैं वो? उनकी पार्टी वाले ही उन्हें नहीं पूछ रहे।
भाजपा का चाल, चरित्र, चेहरा उजागर
- दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार को राजधानी रायपुर से जगदलपुर के लिए रवाना हुए। इससे पहले एयरपोर्ट पर उन्होंने पत्रकारों से कई मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान डॉ. रमन सिंह के ट्वीट पर एक सवाल पूछा गया जिस पर मुख्यमंत्री भड़क उठे। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि उनकी पार्टी वाले ही रमन सिंह को नहीं पूछ रहे हैं और वे भाजपा में अनुशासन की बात करते थे। उनकी पार्टी में ही बिखराव की स्थिति है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी में जान से मारने की धमकी दी जाती है। भाजपा का चाल चरित्र चेहरा उजागर हो गया है।
- भगवान उन्हें सद्बुद्धि दे और वे किसानों के साथ खड़े होंभाजपा की बैठक को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अलग-अलग राजनीतिक दल हैं। अपने कार्यक्रम करेंगे, करने भी चाहिए। उनसे यही निवेदन करना चाहूंगा कि भगवान उन्हें सद्बुद्धि दे और वे किसानों के साथ खड़े हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब केंद्र मेंे मनमोहन सिंह की सरकार थी तब राज्यों को बोनस देने के लिए नहीं रोका गया, बल्कि खुद बोनस दिया है। अब नरेंद्र मोदी की सरकार न खुद बोनस दे रही हैं और जो राज्य बोनस देना चाहती है उसमें भी रोक लगा रही है।