धान खरीदी के मुद्दे पर हुई सर्वदलीय बैठक में सभी प्रमुख दल पहुंचे। यह बैठक छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने नवा रायपुर स्थित मंत्रालय में बुलाई थी। यहां भारतीय जनता पार्टी का कोई भी नेता नहीं पहुंचा। बैठक में आए अन्य दलों ने 2500 रुपए में धान खरीदी करने के फैसले का समर्थन किया साथ ही यह भी कहा कि केंद्र सरकार के छत्तीसगढ़ राज्य से धान न खरीदने के फैसले के खिलाफ आंदोलन भी करेंगे।
मुख्यमंत्री ने डॉ रमन पर साधा निशाना
- बैठक के दौरान मीडिया से बात-चीत में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा के डॉ रमन अपने प्रतिनिधियों को बैठक में आने से रोक रहे हैं। सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि रमन सिंह न बीजेपी विधायक दल के नेता हैं और न ही रमन सिंह सांसद हैं। बीजेपी क्या यह चाहती है कि किसानों को 2500 रुपए न मिले। बीजेपी के सांसद सूचना मिलने के बाद भी नहीं पहुंचे। सीएम ने कहा कि सभी को सूचना दी गई थी। दूसरी तरफ सांसद सुनील सोनी ने कहा किसी तरह की जानकारी नहीं दी गई थी। हालांकि दिनभर सोशल मीडिया में भाजपा सांसदों के इस बैठक के आमंत्रण के रीसिविंग लेटर वायरल होते रहे।
- बैठक पर अन्य दलों की रायबसपा विधायक केशव चंद्रा ने कहा- किसानों को अधिकार मिले उसके लिए हम आये हैं। हमारा प्रयास है 2500 में धान खरीदी की जाए। जोगी कांग्रेस के नेता धर्मजीत सिंह ने कहा- हम चाहते हैं हमारे किसानों को धान का समर्थन मूल्य मिले। दिल्ली से समर्थन मिले या नहीं, हम सरकार को 2500 रुपए में धान खरीदने के लिए बाध्य करेंगे। मार्क्सवादी कम्यूनिष्ट पार्टी के राज्य सचिव संजय पराते ने कहा कि केंद्र सरकार भेदभाव का रवैया अपनाए हुए है। यह ठीक नहीं, हम इस मुद्दे पर राज्य सरकार के साथ हैं क्योंकि यह किसानों को राहत देने वाला फैसला है। कांग्रेस पार्टी के महामंत्री गिरीश देवांगन ने बताया कि हम सरकार के फैसले का पूर्ण समर्थन करते हैं।
- इस वजह से बुलाई गई थी बैठक दरअसल, राज्य सरकार ने केंद्र को पत्र लिखकर 2500 रु. प्रति क्विंटल की दर पर धान खरीदी और चावल लेने की मांग की थी। केंद्र सरकार ने ज्यादा चावल लेने से इंकार कर दिया। इस पर कांग्रेस ने बीजेपी-कांग्रेस के सांसदों को एक साथ बैठक राज्य के हित में फैसला लेने के लिए बुलाया था। सीएम बघेल ने प्रेस कांफ्रेंस ने सभी सांसदों और दलों को बुलाने की जानकारी दी थी। बैठक में कांग्रेस की ओर से ज्योत्सना महंत, दीपक बैज और छाया वर्मा ही पहुंचीं, मोतीलाल वोरा दिल्ली में होने की वजह से नहीं आ सके।
- अब आगे क्यासेंट्रल पूल में बोनस रेट दिए जाने पर केंद्र न चावल लेने से इंकार कर दिया है। इसका कांग्रेस राज्य भर में विरोध कर रही है। किसानों से खत लिखवाए जा रहे हैं। लाखों की तादाद में पीएम के नाम पत्र लेकर कांग्रेस दिल्ली जाएगी। कांग्रेस महासचिव गिरीश देवांगन ने बताया कि किसानों से धान 2500 रुपए समर्थन मूल्य पर ही राज्य सरकार द्वारा लिया जाएगा। भाजपा सरकार के वक्त चुनाव के दौरान बोनस दिया गया था तब केंद्र ने चावल लिया था, अब लेने से इंकार करना ठीक नहीं।