छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस की नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए कहा कि राहुल कांग्रेस के सबसे क्षमतावान नेता हैं। उनके नेतृत्व पर कभी भी उंगली नहीं उठाई गई। इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी को भी चुनौती मिली, मगर कांग्रेस के भीतर राहुल गांधी को कभी भी चुनौती नहीं मिली। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
राहुल से इस्तीफा वापस लेने की मांग करने वालों में से एक बघेल ने राहुल गांधी को ऊर्जावान, क्षमतावान नेता करार दिया। राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद उनके करीबियों को पार्टी में किनारे किए जाने और राहुल टीम की उपेक्षा का आरोप लगाए जाने के सवाल पर बघेल ने कहा, ऐसा नहीं है, लोकसभा चुनाव में हारने के बाद भी किसी नेता और कार्यकर्ता ने राहुल गांधी पर उंगली नहीं उठाई। इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी को भी पार्टी में चुनौती मिली, मगर राहुल गांधी को कांग्रेस के भीतर चुनौती नहीं मिली। राहुलजी शुरू से मेहनत कर रहे हैं। यह अलग बात है कि, जनता ने उन्हें स्वीकार नहीं किया। बघेल अब भी राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने के पक्ष में हैं। उनका कहना है कि, हम तो अभी भी कहते हैं कि, उनको अध्यक्ष बनना चाहिए।
भाजपा द्वारा हमेशा गांधी परिवार के सदस्य को ही अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर किए जाने वाले हमलों के सवाल पर बघेल ने कहा, कांग्रेस मुख्य दल है, भाजपा मुख्य पार्टी नहीं है वह आरएसएस का हिस्सा है, बहुत सारे और संगठन हैं, उनमें से एक राजनीतिक चेहरा है भाजपा। क्या भाजपा के लोग मोहन भागवत से पूछ सकते हैं कि, क्या वे जिंदगीभर तक प्रमुख रहेंगे? जब वे संघ से सवाल नही पूछ सकते तो कांग्रेस से क्यों पूछते हैं कि हम किसे नेता मानें और न मानें।
उन्होंने आगे कहा कि हमारे नेता ने अपनी हार को स्वीकार करके पद से इस्तीफा दे दिया है, मगर भाजपा के लोगों में स्वीकार करने की क्षमता नहीं हैं। भाजपा के नेता लालकृष्ण आडवाणी ने राममंदिर के लिए रथयात्रा निकाली मगर ढांचा गिराए जाने की घटना से अनजान बने हुए हैं। राहुल गांधी पर भाजपा द्वारा लगातार किए जा रहे हमलों पर बघेल ने कहा, भाजपा और उसके नेता राहुल गांधी से डरते हैं, इसीलिए उन पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। इसीलिए लगातार उन्हें टार्गेट किया जा रहा है।