जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति की ओर से चलाई जा रही विभिन्न अनुदान की योजनाओं के लिए राशि नहीं मिल रही है। नतीजा यह हो रहा है कि लोग मिनी माता योजना से लेकर ई-रिक्शा योजना, टर्म लोन, स्वर्णिमा योजना आदि के लिए भटक रहे हैं। पिछले साल 2018-19 में अनुसूचित जाति मिनी माता अनुदान योजना के लिए 44 लक्ष्य रखा गया था इसके लिए 122 आवेदन आए थे । पहला स्लॉटमेंट में अनुदान मिला है, लेकिन अगले के लिए अभी इंतजार करना पड़ रहा है। इसी तरह अन्य योजनाएं भी प्रभावित हो रही हैं।
सात को होगी चयन समिति की बैठक
अनुदान की राशि नहीं मिलने से इस साल कई योजनाओं के लिए विभाग ने लक्ष्य ही रहीं रखा है। जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति के जिला अधिकारी एस टोप्पो के मुताबिक जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति, रायपुर द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के सदस्यों के लिए संचालित विभिन्न योजनांतर्गत ऋण आवेदन पत्र लिए गए थे। ऋण आवेदन पत्रों की छंटनी के बाद योग्यता रखने वाले आवेदकों का चयन जिला स्तरीय चयन समिति की ओर से सात नवंबर को कलेक्टोरेट परिसर कक्ष क्रमांक 34 में किया जाएगा।