धान का संग्राम अब सड़कों पर दिखेगा। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने इसके लिए जेल भरो आंदोलन करने का एलान किया है। 13 नवंबर को पूरे राज्य में किसानों के साथ मिलकर भाजपाई सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। हजारों की तदाद में कार्यकर्ता गिरफ्तारी देंगे। गुरुवार को माना स्थित कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में भाजपा की बैठक में यह फैसला लिया गया। इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह समेत पार्टी के सभी बड़े नेता शामिल थे। डॉ रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कहा कि मुख्यमंत्री को शांत रहना चाहिए शांत दिमाग से अच्छे काम होते हैं, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल धान नहीं खरीद रहे हैं जबकि किसानों के पास धान रखने की जगह नहीं है। धान नहीं खरीदी किया गया तो किसानों की हालत खराब हो जाएगी।
वादा निभाए कांग्रेस
- पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव घोषणा पत्र में इस बात का जिक्र किया था कि वो 2500 रुपये प्रति क्विंटल में धान खरीदी करेगी, लेकिन अब कांग्रेस इस मुद्दे पर आनाकानी कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 नवंबर से धान की खरीदी सुनिश्चित किया जाना चाहिए, हर साल 1 नवंबर से खरीदी शुरू हो जाती थी। अब 10 नवंबर को मंडल स्तर तक किसानों के साथ भाजपा उनको घोषणा पत्र में किये वादों की याद दिलायेंगे और घोषणापत्र को जलायेंगे।
- दरअसल केंद्र ने राज्य सरकार से कहा कि यदि बोनस रेट पर धान लिया गया तो सेंट्रल पूल में राज्य सरकार का धान नहीं लिया जाएगा। जबकि राज्य सरकार चाहती है कि बोनस दिए जाने के बाद भी प्रदेश का चावल लिया जाए। हालांकि कांग्रेस के महामंत्री गिरीश देवांगन ने बताया कि केंद्र चाहे चावल ले न ले हम 2500 के समर्थन मूल्य पर किसानों से धान लेंगे। 13 नवंबर को ही प्रदेश भर के लाखों किसानों के हस्ताक्षर वाले पत्र लेकर कांग्रेस दिल्ली जाएगी, और पीएम मोदी से बोनस रेट वाला चावल भी लेने की मांग करेगी। पिछली भाजपा सरकार में इस तरह चावल लिया जा चुका है।