कांकेर शहर में फिर एक बार भालू ने दहशत फैला दी है। मंगलवार की अल सुबह एक भालू शहर में स्वच्छंद विचरण करता देखा गया। इसके बाद यह भालू यहां स्थित पीडब्लूडी कार्यालय के परिसर में दाखिल हो गया। इस परिसर में एसडीओ कार्यालय सहित कर्मचारियों के आवास भी हैं। भालू के आवासिय व कार्यालय परिसर में घुसने के बाद यहां लोगों में अफरा-तफरी मच गई। कर्मचारियों के परिवार के सदस्य दहशत में नजर आए। इस बीच लोगों की भीड़ देख भालू एक खंडहरनुमा भवन में जा घुसा। बाहर लोगों का मजमा लगा रहा।
मौके पर वन विभाग और पुलिस का अमला भी पहुंचा और सुरक्षा इंतजाम अपने हाथ में लिए। उधर भालू के शहर में घुसने की खबर से लोग कौतूहल वश वहां एकत्र होने लगे। लंबे समय तक मशक्कत जारी रही, लेकिन भालू वहीं डटा रहा।
इसके बाद वन विभाग के अधिकारियों ने रायपुर रेंज के अफसरों को इसकी सूचना दी। सूचना पर रायपुर से एक टीम को रवाना किया गया है जो भालू को ट्रेंक्यूलाइज कर वहां से बाहर निकालने का काम करेगी।
कांकेर शहर में जंगली जानवरों की धमक अक्सर होती रहती है। एक आदमखोर तेंदुआ कई बार रात के वक्त शहर की सड़कों पर घूमता देखा गया था। बाद में इसे पकड़ कर जंगल में छोड़ा गया था। शहर में भालुओं की दखल तो अक्सर होती रहती है। इन भालुओं ने यहां पहले कई लोगों पर हमले किए हैं।
पिछले दिनों मॉर्निंग वॉक के लिए निकली एक महिला और एक पुरुष पर भालुओं ने हमला कर दिया था। दो भालुओं को एफसीआई के गोदाम में बंद कर स्थानीय ग्रामीणों और कर्मचारियों ने पकड़ा था, जिसे बाद में वन विभाग को सौंप दिया गया था।
घने जंगल और पहाड़ी इलाका होने की वजह से कांकेर वन क्षेत्र में बड़ी तादात में जंगली हिंसक जीव रहते हैं। शहर के नजदीक से ही जंगली इलाका शुरू हो जाता है, इस वजह से शहर में अक्सर जंगली जानवर घुसते रहते हैं। यहां जंगल और शहर के बीच की सीमा बिल्कुल असुरक्षित है।