फाटक पार करते समय मोबाइल या ईयर फोन उपयोग न करें, रेल लाइन में सेल्फी न लें और चलती ट्रेन में चढ़ने या उतरने का प्रयास न करें। यह सभी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। सोमवार को रेलवे ने नुक्कड़- नाटक व अन्य कार्यक्रम आयोजित कर इसी तरह यात्रियों को जागरूक किया।
जागरूकता का यह कार्यक्रम बिलासपुर व कोरबा रेलवे स्टेशन के अलावा ट्रेनों में चला। इसमें स्काउट-गाइड के बच्चों व नागरिक सुरक्षा संगठन के सदस्यों ने नुक्कड़ – नाटक के माध्यम से यात्रियों को जहरखुरानी से सावधान रहने एवं सुरक्षित समपार फाटक पार करने के नियमों की जानकारियां दी।
बिलासपुर स्टेशन में स्काउट गाइड के बच्चों ने नुक्कड़- नाटक के माध्यम से यात्रा के दौरान अजनबी व्यक्ति द्वारा दिए गए खाने – पीने की सामग्री खाने से होने वाली दुष्प्रभावों को जीवंत प्रस्तुति देकर बताया गया। बच्चों द्वारा स्टेशन परिसर में रैली निकालकर रेलवे सुरक्षा सहायता नंबर 182 का प्रचार – प्रसार किया गया।
यात्रियों को बताया गया कि ट्रेनों में यात्रा के दौरान पटाखा, ज्वलनशील पदार्थ का परिवहन प्रतिबंधित है। साथ ही स्टेशन एवं ट्रेनों के यात्रियों से वार्तालाप कर जहरखुरानी से सावधान रहने, लावारिस सामान से दूर रहने तथा इसकी तुरंत सूचना 182 नंबर पर देने, असुरक्षित महसुस होने की स्थिति में तथा अवांक्षित गतिविधियां प्रतीत होने पर भी रेलवे सुरक्षा सहायता नंबर 182 पर इसकी सूचना देने का आग्रह किया गया। कोरबा के ट्रांसपोर्ट नगर व सिटी समपार फाटकों में भी नुक्कड़- नाटक के माध्यम से यात्रियों को बताया गया कि बंद फाटक को पार करना खतरनाक है।