मोदी सरकार के 2500 रूपए क्विंटल समर्थन मूल्य पर धान खरीदने पर केन्द्रीय पूल के लिए चावल खरीदने से इंकार करने पर उससे इस मुद्दे पर खुले टकराव का ऐलान करने वाली छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने आखिरकार कदम पीछे खींचते हुए आज से केन्द्र द्वारा तय की गई कीमत पर ही धान खरीद शुरू कर दी है।
रायपुर। मोदी सरकार के 2500 रूपए क्विंटल समर्थन मूल्य पर धान खरीदने पर केन्द्रीय पूल के लिए चावल खरीदने से इंकार करने पर उससे इस मुद्दे पर खुले टकराव का ऐलान करने वाली छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने आखिरकार कदम पीछे खींचते हुए आज से केन्द्र द्वारा तय की गई कीमत पर ही धान खरीद शुरू कर दी है।
पिछले वर्ष राज्य में सत्ता में आई कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में समर्थन मूल्य पर धान की खरीद 2500 रूपए क्विंटल करने का वादा कर रखा है।गत दिसम्बर में जब वह सत्ता में आई थी तब धान की खरीद पहले से चल रही थी। इस कारण उसने किसानों को समर्थन मूल्य और 2500 रूपए की राशि के अन्तर को उनके बैंक खातों में स्थानान्तरित कर दिया था,जबकि इस बार चुनावी वादे के अनुसार उसकी योजना खरीद के समय ही 2500 रूपए क्विंटल भुगतान की थी जिसकी केन्द्र ने अनुमति नही दी।
केन्द्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने साफ कर दिया कि केन्द्र उन राज्यों से केन्द्रीय पूल में चावल नही लेगा जोकि समर्थन मूल्य पर बोनस या अतिरिक्त राशि किसानों को देंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस सम्बन्ध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने का समय मांगा पर उन्हे समय नही मिला।
फिर उन्होने सड़क मार्ग से हजारों वाहनों में किसानों के साथ दिल्ली जाकर आन्दोलन का ऐलान किया,पर बाद मे अयोध्या फैसले का हवाला देते हुए उसे रद्द किया। उन्होने इस बारे में सांसदों की सर्वदलीय बैठक आहूत की पर भाजपा के सांसद इसमे शामिल ही नही हुए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसके बाद सांसदों के घरों का घेराव आन्दोलन किया।