खुद को बजाज फाइनेंस का आफिसर बताकर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी से एक लाख 20 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। ठग ने कार्ड बनाने का झांसा देकर कर्मचारी के मोबाइल पर एनीडेस्क नाम का एप डाउनलोड करा दिया। इसके बाद उसके खाते से रुपये पार हो गए। मामले में सिविल लाइन पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। सकरी के ग्राम हांफा निवासी रमेश उपाध्याय पिता रामकुमार उपाध्याय कोषलेखा एवं पेंशन विभाग में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी है।
उसे 23 अक्टूबर को मोबाइल नंबर 9709473331 से फोन आया। फोन करने वाले युवक ने खुद को बजाज फाइनेंस का आफिसर बताया। इसके बाद रमेश को कंपनी का कार्ड दिलावने का झांसा दिया। इसके लिए ठग ने एनीडेस्क नाम का एप डाउनलोड करने के लिए कहा।
रमेश ने तत्काल अपने मोबाइल पर एप डाउनलाउड कर लिया। इसके बाद अपने खाते की जानकारी भी डाल दी। कुछ ही देर में उसके बैंक खाते से एक लाख 20 हजार रुपये पार हो गए। इसके बाद युवक ने फोन काट दिया। ठगी का एहसास होने के बाद रमेश ने इसकी शिकायत सिविल लाइन पुलिस से की। जांच के बाद मामले में बुधवार को अपराध दर्ज किया गया है।
एक साथ दो कार्ड रखने का झांसा
फोन करने वाले युवक ने बड़ी चालाकी से पीड़ित को झांसे में लिया। पीड़ित ने बता दिया था कि उसके पास बजाज फाइनेंस का कार्ड पहले से है। ऐसे में युवक ने कहा कि एक साथ बजाज के दो कार्ड रख सकते हो। इसमे क्रेडिट लिमिट काफी बढ़ जाएगी। इसके लिए किसी तरह का प्रोसिसिंग चार्ज नहीं लगेगा।