छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव को लेकर न्यू सर्किट हाउस में राज्य निर्वाचन आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, मुख्य सचिव ने समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद ठाकुर राम सिंह कुछ मुद्दों पर संतुष्ट और कुछ मुद्दों पर असंतुष्ट नजर आए। ठाकुर राम सिंह ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि बैठक में निर्धारित एजेंटों के अनुसार एक एक मुद्दे पर चर्चा हुई। करीब सभी जिलों की तैयारी पूरी हो गई है, लेकिन ट्रेनिंग पार्ट और चुनाव संचालन के लिए अभी और तैयारी की जरूरत है। तैयारी पूरी होने के बाद आगामी रणनीति के अनुरूप चुनाव की तारीख की घोषणा की जाएगी। सिंह ने बताया कि इस बार चुनाव प्रक्रिया में संशोन किया गया है। इसके अनुरूप मतपेटियों की व्यवस्था पूर्ण रूप से की जा चुकी है। आयोग के पास नगरीय निकाय चुनाव को देखते हुए पर्याप्त मात्रा में मतपेटी उपलब् है। यह चुनाव नये संशोनों के साथ हो रहा है, इसलिए मतदान प्रक्रिया से जुड़े हर अकिारी, कर्मचारी का अच्छे से प्रशिक्षण होना आवश्यक है।
आयोग ने इसके लिए सभी तैयारियां की है और जिला निर्वाचन अकिारियों के समन्वय से स्वतंत्र और निष्पक्ष निर्वाचन कराया जाएगा। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा हुई और इसकी तैयारी पूरी कर ली गई।
संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था की रणनीति बना ली गई है। संवेदनशील क्षेत्र में कितना बल तैनात किया जाएगा। किस तरह से मतदाताओं को सुरक्ष दी जाएगी, इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। बैठक में मुख्य सचिव आरपी मंडल, पुलिस महानिरीक्षक डीएम अवस्थी, सभी जिलों के कलेक्टर, आइजी, एसपी और जिला निर्वाचन अकिारी शामिल थे।
त्रुटि रहित, निर्विघ्न निर्वाचन कराना प्राथमिकता : सीएस
मुख्य सचिव आरपी मंडल ने कहा कि नगरीय निकायों का चुनाव काफी महत्वपूर्ण और संवेदनशील है। उन्होंने सभी कलेक्टरों और पुलिस अीक्षकों से कहा कि परस्पर समन्वय से इन चुनावों को शांतिपूर्वक संपन्न कराने पर ध्यान दें। छत्तीसगढ़ राज्य का निष्पक्ष, स्वतंत्र और शांतिपूर्ण तरीके से कराने का जो रिकार्ड हैं, उसे इन स्थानीय चुनावों में भी बरकरार रखे।
वार्ड स्तर के चुनाव में सुरक्षा का रखें ध्यान : डीजीपी
पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने कहा कि यह चुनाव वार्ड स्तर पर होना है, इसलिए कानून व्यवस्था बनाए रखने में विशेष सर्तकता रखे। पुराने निकाय चुनावों के अनुभव को ध्यान में रखते हुए पूर्व से तैयारियां करना सुनिश्चित करें।
बैठक में राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कार्मिकों के चयन और प्रशिक्षण से संबंधी कार्रवाई, निर्वाचन सामग्री एवं मतपत्र मुद्रण की व्यवस्था, परिवहन व्यवस्था, नगरपालिका अनियम में हुए संशोन, निर्वाचक व्यय संपरीक्षक के चिन्हांकन और उनके प्रशिक्षण कार्यक्रम की समीक्षा की।