उपभोक्ताओं को आधी कीमत पर बिजली देने के बावजूद बिजली कंपनी की कमाई में वृद्धि हुई है। इस उपलब्धि के बाद अब कंपनी नए सत्र से किसानों को कुछ और रियायत देने की तैयारी में है। यानी किसानों को घर के साथ ही खेती के लिए भी सस्ती बिजली मिलने की संभावना है। बिजली कंपनी के चेयरमैन शैलेंद्र शुक्ला ने संकेत दिए हैं कि अाने वाले वित्तीय वर्ष में बिजली के ज्यादा उपभोक्ताओं को राहत दी जा सकती है। बिजली कंपनी ने नए टैरिफ के लिए कवायद शुरू कर दी है।
इसके पहले चरण में वर्तमान वित्तीय वर्ष में आय-व्यय की समीक्षा कर 2020-21 में होने वाली कमाई और खर्चों का हिसाब किया जा रहा है। इसमें जो सबसे रोचक बात सामने आई है, वह यह है कि अप्रैल से अब तक बिजली कंपनी की कमाई में वृद्धि हुई है। सरकार ने अप्रैल महीने से उपभोक्ताओं के लिए बिजली की कीमत आधी कर दी है। इससे यह कयास लगाए जा रहे थे कि बिजली कंपनी घाटे में चली जाएगी। इसके विपरीत बिजली कंपनी के अध्यक्ष एसके शुक्ला ने जब समीक्षा शुरू की तो यह बात सामने आई कि 50 फीसदी छूट के बावजूद कमाई बढ़ गई है। दरअसल, छूट की घोषणा के बाद बिजली कंपनी के बकाया राजस्व की वसूली में वृद्धि हुई है।
इस फायदे के बाद अब किसानों व उपभोक्ताओं को लाभ देने पर विचार किया जा रहा है। इस बात की भी चर्चा है कि मार्च-अप्रैल में पंचायतों के चुनाव हैं, इसलिए भी किसानों को बड़ी छूट दी जा सकती है। बता दें कि बिजली कंपनी जो छूट देती है, उसकी सब्सिडी के रूप में करीब 531 करोड़ रुपए राज्य सरकार कंपनी को देगी।
अभी और बैठकों में चर्चा
अधिकारियों ने बताया कि अभी पहले दौर का मंथन किया है। वित्तीय वर्ष को पांच महीने बाकी हैं। एक-दो महीने में राजस्व को लेकर कुछ बैठकें और की जाएंगी। इसके बाद नए वित्तीय वर्ष के टैरिफ के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।
टैरिफ को लेकर प्रस्ताव तैयार करेंगे
कंपनियों के आय-व्यय को लेकर अभी प्रजेंटेशन हुआ है। एक-दो और चर्चा के बाद इस वित्तीय वर्ष में कंपनी की राजस्व प्राप्तियों और भुगतान की स्थितियां स्पष्ट होंगी। इसके बाद टैरिफ को लेकर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। कोशिश करेंगे कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को राहत दी जाए।