चाय को लेकर आमधारण है कि इसका ज्यादा सेवन नुकसानदायक है। एसिडिटी के साथ ही सीने में जलन, भूख मर जाना और डायबिटिज तक का खतरा रहता है। बहरहाल, मेडिकल जर्नल एजिंग में प्रकाशित ताजा अध्ययन में चाय पीना एक लिहाज से अच्छा पाया गया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, रोजा चाय पीने से मस्तिष्क की संरचना बेहतर हो सकती है। इससे नर्व सेल यानी तंत्रिका कोशिकाओं का नेटवर्क ज्यादा सक्षम होता है।
सिंगापुर की नेशनल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने यह निष्कर्ष स्वस्थ बुजुर्ग लोगों पर किए गए अध्ययन के बाद निकाला है। अध्ययन के लिए प्रतिभागियों को उनकी चाय पीने की आदत के हिसाब से दो समूहों में बांटा गया। वैज्ञानिकों ने उनके मस्तिष्क के नेटवर्क और कामकाज के तरीके पर गौर किया तथा पाया कि मस्तिष्क की संरचना पर चाय पीने का असर होता है। अध्ययन करने वाली टीम के प्रमुख शोधकर्ता लेई फेंग के मुताबिक, ‘हमारी स्टडी में मस्तिष्क पर चाय पीने के प्रभाव का व्यापक परीक्षण किया गया। चाय पीने का मस्तिष्क की संरचना पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने का पहला ठोस सबूत मिला है।’
आलू खाने से सुधर सकता है एथलीट का प्रदर्शन
एक अन्य अध्ययन में आलू को लेकर चौंकाने वाली बात पता चली है। अमेरिका की इलिनोइस यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर निकोलस बर्ड ने अपनी रिसस्च में पाया है कि पोटैटो प्यूरी का सेवन उतना ही फायदेमंद है, जितना कार्बोहाइड्रेट जेल का।
उनका कहना है, लंबे समय तक अभ्यास के दौरान एथलीट रक्त में ग्लूकोज के स्तर को बनाए रखने के लिए कार्बोहाइड्रेट जेल का सेवन करते हैं। यह एक तरह का एनर्जी जेल होता है। इस अध्ययन से साबित हो चुका है कि कार्बोहाइड्रेट जेल के सेवन से लंबे समय तक एक्सरसाइज करने की क्षमता बढ़ जाती है।इसमें आलू को संभावित विकल्प के तौर पर पाया गया। एथलीट के लिए यह किफायती होने के साथ ही पौष्टिकता से भरपूर भी है।