माना जाता है कि अगर लाइफस्टाइल में बदलाव किया जाए तो कुल होने वाले कैंसर के एक तिहाई भाग को होने से रोका जा सकता है। अब भी कई लोग हैं, जिनको यही पता नहीं कि उनकी किस आदत के कारण वे कैंसर का शिकार बन सकते हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, लोगों में अब भी कैंसर के कारणों को लेकर कन्फ्यूजन हैं। उन्हें कैंसर होने के सही कारणों की ही जानकारी नहीं है। यह स्थिति वाकई चिंताजनक है। स्टडी में 1300 वयस्क लोगों को शामिल किया गया। स्टडी के बाद जो आंकड़े सामने आए, वे चौंकाने वाले थे।
आधे से भी कम लोगों को कैंसर होने के सही कारणों के बारे में पता था। भारत में कैंसर की वजह विकासशील देशों से कुछ अलग है। इनमें गरीबी, अशिक्षा, कुपोषण, कम उम्र में विवाह, बार-बार गर्भवती होना, गंदगी और सेहत को लेकर अनदेखी जैसे कारण शामिल हैं। कैंसर से जुड़े लगभग एक-तिहाई मामले तंबाकू की वजह से तो एक तिहाई खान-पान की आदतों के कारण होते हैं। ग्लोबल इकोनॉमी की बात करें तो इसमें विकासशील देशों का पांच फीसदी हिस्सा है, जबकि कैंसर के दो-तिहाई मामले इन्हीं देशों में होते हैं। इनमें से अधिकतर 80 फीसदी मामले तीसरी या चौथी स्टेज में होते हैं, जबकि विकसित देशों में इसके उलट है।