अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने बीते साढ़े सालों में प्रदेश के शिक्षा स्तर में जमींन से आसमान का अंतर् ला दिया है। किसी समय सरकारी स्कूलों की तरफ ताकने से भी बचने वाले लोग अब बेहतर शिक्षा के लिए अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भर्ती करवाने के लिए कतार में खड़े दिखाई देते हैं। हाल में में सीएम भूपेश बघेल ने राज्य में आगामी शिक्षा सत्र के पूर्व राज्य के 422 स्कूलों में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना लागू किए जाने की घोषणा की है, जिसमें से 252 स्कूल बस्तर और सरगुजा संभाग में होंगे। इसके अलावा अब कॉलेजों में भी यह योजना लागु की जाएगी। शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तरफ से लिए जा रहे फैसलों ने पूरे देश का ध्यान छत्तीसगढ़ की तरफ खींचा है।
अगले सत्र में 422 स्कूलों में होगी आत्मानंद योजना लागू छत्तीसगढ़ में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना’ से स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में एक नयी क्रांति आयी है। विगत वर्ष भूपेश सरकार ने 51 स्कूलों से यह योजना प्रारंभ की थी, जो अब बढ़कर 279 स्कूलों तक पहुंच चुकी है। इनमें से 32 स्कूल हिन्दी माध्यम के हैं और 247 स्कूलों में हिन्दी के साथ अंग्रेज़ी माध्यम में भी शिक्षा दी जा रही है।
इस वर्ष 2 लाख 52 हजार 600 बच्चों ने इन स्कूलों में प्रवेश लिया है, जिसमें 1 लाख 3 हजार बच्चे अंग्रेज़ी माध्यम तथा 1 लाख 49 हजार 600 बच्चे हिन्दी माध्यम के हैं। इस योजना की सफलता को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने निर्णय लिया है कि अधिक से अधिक स्कूलों को इस योजना के अंतर्गत लाया जाएगा। आगामी शिक्षा सत्र के पूर्व 422 स्कूलों में यह योजना लागू होगी, जिनमें से 252 स्कूल बस्तर एवं सरगुजा संभाग में होंगे और इनमें दंतेवाड़ा जिले के शत-प्रतिशत शासकीय हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूल होंगे। सीएम भूपेश बाघले ने जनता से किया गया अपना वादा निभाते हुए नवा रायपुर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का बोर्डिंग स्कूल स्थापित करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी है।
भूपेश सरकार कर रही शिक्षक भर्ती हाल ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता दिवस के दिन ने भाषण में कहा था कि दंतेवाड़ा जिले के शत प्रतिशत शासकीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों को स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय का स्वरूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा था कि शिक्षा के क्षेत्र में हमने सुधार के स्थायी उपाय किए, जिसके तहत पहले चरण में 14 हजार से अधिक शिक्षकों की स्थायी भर्ती का कार्य शुरू किया गया, जो अब अंतिम चरणों में है। इसके अतिरिक्त 10 हजार शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
अपनी ही भाषा में पढ़ रहे बच्चे सबसे खास बात यह है कि छत्तीसगढ़मे बच्चे अपनी मातृभाषा में पढ़ाई कर रहे हैं। राज्य सरकार ने हिन्दी के अलावा 16 स्थानीय भाषाओं में तथा 4 पड़ोसी राज्यों की भाषाओं में पाठ्यपुस्तकें प्रकाशित कराई हैं। ‘मुफ्त पाठ्य पुस्तक योजना’ के तहत कक्षा पहली से कक्षा दसवीं तक सभी शासकीय-अशासकीय शालाओं तथा कक्षा आठवीं तक मदरसों के बच्चों को लगभग 52 लाख पाठ्य पुस्तकें प्रदान की जा रही हैं। नवमीं कक्षा में पढ़ने वाली 1 लाख 55 हजार छात्राओं को इस वर्ष निःशुल्क सायकल देने का लक्ष्य रखा गया है।
अब खुलेंगे स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम आदर्श महाविद्यालय भूपेश बघेल सरकार ने हाल ही फैसला लिया है कि छत्तीसगढ़ में स्कूलों के बाद अब स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम आदर्श महाविद्यालय भी खोले जाएंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के छात्रों के हित में छत्तीसगढ़ में चरणबद्ध रूप से स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम आदर्श महाविद्यालय प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय से इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को 12वीं के बाद उच्च शिक्षा के लिए अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा। राज्य में ही अंग्रेजी माध्यम में गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा उपलब्ध होगी। पहले चरण में आगामी शैक्षणिक सत्र जून 2023 से राज्य के प्रमुख नगरों में कम से कम 10 इंग्लिश मीडियम कॉलेज खोले जाएंगे। इसी तरह आगामी तीन साल में प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में इंग्लिश मीडियम कॉलेज खोले जाएंगे। ज्ञात हो कि सीएम भूपेश बघेल की विशेष पहल पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा समाज के कमजोर तबके और मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।