अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, हेल्थ : आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. कहती हैं कि समर सीजन में पेट का खास ख्याल रखें. कई बार खाने में लापरवाही के चलते फूड प्वाइजनिंग की दिक्कत भी हो जाती है. इसलिए डाइट में दही को जरूर शामिल करें. ये प्रोबायोटिक्स से भरपूर होता है और पेट को भी ठंडा रखता है. लेकिन अगर आपको बार-बार एसिडिटी की समस्या हो रही है तो कुछ आयुर्वेदिक टिप्स को फॉलो कर सकते हैं
जीरा और धनिया का पानी
जीरा और धनिया दोनों पाचन को बेहतर बनाते हैं. यह एसिडिटी को कम करते हैं. इन दोनों को मिलाकर पानी पीने से पेट में ठंडक मिलती है. कब्ज, ब्लोटिंग और पेट दर्द में भी यह काफी असरदार हैं. 1 चम्मच जीरा और 1 चम्मच धनिया को एक गिलास पानी में डालकर उबालें. फिर इसे ठंडा कर के पी लें|
सौंफ और धनिया का पानी
सौंफ की तासीर ठंडी होती है. यह न सिर्फ पेट को ठंडा रखती है बल्कि मुंह की दुर्गंध को भी दूर करती है. गैस होने पर आप धनिया और सौंफ का पानी पी सकते हैं. एक चम्मच सौंफ और धनिया रो मिलाकर अच्छे से मिलाकर पी लें. ठंडा होने पर इसका पानी पी सकते हैं|
नारियल का पानी
नारियल पानी एसिडिटी को शांत करने के लिए बहुत प्रभावी होता है. यह पाचन तंत्र को शांत करता है. इससे मेटाबॉलिज्म भी तेज होता है. नारियल पानी वेट लॉस के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है. रोजाना एक नारियल पानी पीने से एसिडिटी की समस्या में राहत मिलती है|
अजवाइन और गुड़
अजवाइन का सेवन पेट की एसिडिटी को कम करने में मदद करता है. गुड़ के साथ इसे खाने से पेट में गैस और एसिडिटी की समस्या कम होती है. 1 चम्मच अजवाइन और एक छोटा टुकड़ा गुड़ खा लें, इससे भी गैस से जल्दी राहत मिलती है|