बूंदी। शादी के करीब डेढ़ साल बाद घर में नन्हा मेहमान आने वाला था। घर का कोना-कोना खुशियों से सरोबार था, मगर जब गर्भवती पत्नी के प्रसव पीड़ा हुई और पति उसे अस्पताल लेकर गया तो होश उड़ गए। वजह यह थी कि अस्पताल में पति को जवाब मिला कि उसकी पत्नी के यह पहला नहीं बल्कि तीसरा बच्चा है। पहले भी दो बच्चे हो चुके हैं।
हैरान कर देने वाला यह मामला राजस्थान के बूंदी जिले के गांव ताकला में सामने आया है। गांव ताकला निवासी अमर सिंह जब अपनी पत्नी के प्रसव के लिए जजावर अस्पताल आया तो स्टाफ द्वारा रिकॉर्ड में दो जीवित संतान पहले से ही दर्ज होने की बात सुनकर चौंक गया।
इधर, अस्पताल प्रशासन भी पूरा मामला देखकर दंग रह गया। अमर सिंह ने बताया कि उसकी शादी 24 अप्रेल 2018 को सामूहिक विवाह सम्मेलन में हुई थी। यह मेरी पत्नी का पहला प्रसव है, जो 14 अक्टूबर 2019 को हुआ। ऐसे में दो जीवित संतान पहले होने का तो प्रश्न भी नहीं उठता है।
इस वजह से हुई गड़बड़
बता दें कि अमर सिंह बीपीएल परिवार से है। सरकारी योजना के अनुसार बीपीएल परिवार को प्रथम प्रसव के बाद 5 किलो घी का कूपन देना तय है। जब योजना का लाभ लेने के लिए वह काउंटर पर गया तो सारा मामला उजागर हुआ। अस्पताल के स्टाफ ने बताया कि आपके बीपीएल कार्ड के ऑनलाइन रिकॉर्ड में दो जीवित संतान दर्ज हैं। इसलिए आपको इस योजना का लाभ नहीं मिल सकता। ऐसे में उसकी पत्नी के यह तीसरी संतान हुई। जजावर अस्पताल के चिकित्साधिकारी नमृता शर्मा ने बताया कि जैसे ही इस मामले का पता चला तो तुरंत प्रभाव से सीएमएचओ को पत्र लिखकर इस मामले से अवगत करवा दिया था।