रविवार को अनुभवी ओपनर लेंडल सिमंस की नाबाद 67 रन की शानदार पारी के दम पर वेस्टइंडीज ने भारत को दूसरे टी-20 मुकाबले में नौ गेंद शेष रहते आठ विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली। भारत ने शिवम दुबे (54) के पहले अर्धशतक की बदौलत 20 ओवर में सात विकेट पर 170 रन बनाये जबकि विंडीज ने 18.3 ओवर में दो विकेट पर 173 रन बनाकर मैच जीत लिया। इस मैच में भारतीय युवा गेंदबाज वॉशिंगटन सुंदर का एक कैच छूटना महंगा पड़ गया।
भारत की हार की सबसे बड़ी वजह पारी के पांचवें ओवर में भुवनेश्वर की दूसरी गेंद पर वॉशिंगटन सुंदर का लेंडल सिमंस का कैच छोड़ना भारत को ले डूबा। सिमंस उस समय छह रन पर थे और यह कैच पूरे 61 रन महंग साबित हुआ। इसके बाद सिमंस ने गजब की पारी खेली और वह आखिर तक नाबाद रहे। सिमन्स ने चार चौके और चार छक्के जड़े। उन्होंने इविन लुईस (35 गेंदों पर 40) के साथ पहले विकेट के लिए 73 रन जोड़े।
इसके अलावा पांचवे ओवर की चौथी ही गेंद पर लुईस को भी जीवनदान मिला, जब भुवनेश्वर की गेंद पर पंत ने लुईस का कैच टपका दिया। लुईस तब 16 रन पर थे और यहां से लुईस भी 40 बनाने में कामयाब रहे। वास्तव में एक ही ओवर में ये दो कैच न छोड़े गए होते, तो भारत का यह हाल न होता।
इस बीच सुंदर की सलाह पर कप्तान विराट कोहली ने ‘रिव्यू’ भी गंवाया लेकिन आखिर में उन्होंने ही लुईस को स्टंप आउट कराकर भारत को पहली सफलता दिलायी. लुईस ने तीन चौके और इतने ही छक्के लगाए। नये बल्लेबाज शिमरोन हेटमायर (14 गेंदों पर 23) ने रवींद्र जडेजा पर लगातार दो छक्के जड़ने के बाद तीसरी गेंद भी छह रन के लिये भेज दी थी लेकिन कोहली ने उसे बेहद खूबसूरती से कैच में बदल दिया।
इसके बाद चहल के अगले ओवर में हालांकि पूरन और सिमंस ने छक्के लगाकर फिर से वेस्टइंडीज का पलड़ा भारी कर दिया। सिमंस ने इस छक्के से 38 गेंदों पर अपना अर्धशतक भी पूरा किया। पूरन ने चाहर पर विजयी चौका लगाया. उनकी पारी में चार चौके और दो छक्के शामिल है। इस तरह भारत के हाथ से यह मैच निकल गया।
भारतीय टीम की बल्लेबाजी की बात करे तो तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे शिवम दुबे ने मौके का पूरा फायदा उठाया और 30 गेंदों 54 रन बनाये जिसमें तीन चौके और चार छक्के शामिल हैं, लेकिन भारत के अन्य बल्लेबाज नहीं चल पाए। भारत अंतिम चार ओवर में 26 रन ही जुटा पाया और आखिर में सात विकेट पर 170 रन तक ही पहुंच सका