कोरोना के बाद 2021-22 में राज्यभर में रिकार्डतोड़ हुई रजिस्ट्री, रायपुर से सबसे ज्यादा राजस्व
रायपुर। कोरोना के 2 साल बाद यानी 2021-22 में राज्यभर में रिकार्ड रजिस्ट्री हुई है। पंजीयन विभाग के पास 31 मार्च को पहुंचे अंतिम आंकड़ों के अनुसार इस वित्तीय साल में 1800 करोड़ की जमीन की खरीदी-बिक्री दर्ज की गई है। राज्य बनने के बाद इतनी रजिस्ट्री पहली बार दर्ज की गई है।
दावा किया जा रहा है कि 8 साल में ऐसा पहली बार हुआ है, जब नक्सल प्रभावित एरिया बस्तर और दंतेवाड़ा में भी तय टारगेट से कहीं ज्यादा रजिस्ट्री दर्ज हुई है। 18 राजस्व जिलों में केवल 4 जिले ही ऐसे हैं, जहां टारगेट से मामूली यानी करीब 10 फीसदी कम रजिस्ट्री दर्ज की गई है। इसके अलावा बाकी सभी जिलों में 10 से 43 फीसदी तक ज्यादा रजिस्ट्री दर्ज की गई है।
रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग से आधा टार्गेट पूरा
रजिस्ट्री में आधे से ज्यादा कमाई रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग से पूरी हो गई। रायपुर में सबसे ज्यादा 623 करोड़, दुर्ग में 246 और बिलासपुर में 213 करोड़ की जमीन की रजिस्ट्री दर्ज हुई।
बस्तर, दंतेवाड़ा, कांकेर और जगदलपुर में भी नए प्रोजेक्ट लांच होने की वजह से नक्सल प्रभावित जिलों में भी रिकार्ड रजिस्ट्री हुई है। रियल एस्टेट से जुड़े जानकारों का दावा है कि इन तीनों जिलों में इस साल एक दर्जन से ज्यादा बिल्डरों ने अपने प्रोजेक्ट लांच किए हैं। जिससे रजिस्ट्री बढ़ी है। ये एक संकेत ये भी है कि नक्सल डर कम हुआ है।