भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी सालों से हिंदू-मुसलमान की राजनीति, नक्सलवाद और आतंकवाद को बढ़ावा देती आई है। आतंकवाद को कठोर तरीके से नरेंद्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री आकर रोकता है तो उसमें उनको तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति दिखाई पड़ती है।
उन्होंने कहा कि विपक्षी नॉर्थ ईस्ट में आग लगाने में पड़े हैं। वे असम और नॉर्थ ईस्ट के सभी राज्यों के लोगों को कहना चाहते हैं कि उनकी भाषा, संस्कृति, सामाजिक पहचान और उनके राजनीतिक अधिकार अक्षुण्ण रहेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार अभी नागरिकता संशोधन विधेयक लाई तो कांग्रेस के पेट में दर्द हो गया। बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में धार्मिक प्रताडऩा झेलने वाले शरणार्थी वर्षों से नर्क की जिंदगी जी रहे है, उन्हें बड़ी राहम मिलेगी।
अमित शाह शनिवार को गिरिडीह स्टेडियम में पार्टी प्रत्याशी निर्भय कुमार शाहबादी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। गृहमंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि असम व नार्थ ईस्ट में पार्टी हिंसा को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन राजनीतिक लाभ के लिए बना है। अलग राज्य की लड़ाई में जिन युवाओं पर कांग्रेस की सरकार में गोली चलवाई उसके साथ हेमंत सोरेन ने हाथ मिलाया। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद को भाजपा ही रोक सकती है। अयोध्या मामले पर उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है और आसमान छूने वाला भव्य राम मंदिर बनेगा।