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करतारपुर गलियारे में यात्री अधिकतम 11,000 रुपये और सात किलो का एक बैग ले जा सकेंगे

पाकिस्तान के करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाले तीर्थयात्री अधिकतम 11,000 रुपये और सात किलोग्राम का एक बैग ही ले जा सकेंगे. उन्हें धर्मस्थल के अलावा कहींऔर जाने की इजाजत नहीं होगी.

गृह मंत्रालय ने करतारपुर के तीर्थयात्रियों के लिए दिशा-निर्देश जारी किये हैं. इसके मुताबिक, 13 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और 75 वर्ष या अधिक उम्र के लोगों को समूह का हिस्सा बनकर यात्रा करनी होगी. तीर्थयात्रा के दौरान पर्यावरण के अनुकूल सामग्री (जैसे कपड़े के बैग) का इस्तेमाल करना होगा और क्षेत्र की स्वच्छता को बनाये रखना होगा. तीर्थयात्री सुबह के वक्त रवाना होंगे और उन्हें उसी दिन लौटना होगा. पाकिस्तान के नरोवाल जिले के गुरुद्वारा दरबार साहिब में जाने के इच्छुक सभी तीर्थयात्रियों को एक ऑनलाइन पोर्टल (प्रकाशपर्ब550.एमएचए.जीओवी.इन) पर अग्रिम पंजीकरण करवाना होगा. अकेले पंजीयन करवा लेने भर से उन्हें यात्रा का अधिकार नहीं मिल जायेगा. जिन आवेदकों को यात्रा की इजाजत दी जायेगी उन्हें इस बारे में यात्रा की तिथि से चार दिन पहले इस बारे में सूचित किया जायेगा. ऐसे में आवेदकों को अपनी यात्रा की तैयारी पहले से करके रखना होगी.

तीर्थयात्रियों को केवल श्री करतारपुर साहिब जाने की इजाजत होगी, वह इसके अलावा कहीं बाहर नहीं जा सकेंगे. गृह मंत्रालय ने कहा है कि वहां केवल 11,000 रुपये नकदी ले जायी जा सकती है. इसके अलावा पेयजल समेत सात किलो तक का केवल एक ही बैग ले जाने की इजाजत होगी. पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक में पैसेंजर टर्मिनल बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स (पीटीबी) के भीतर धूम्रपान, मदिरापान और तंबाकू के इस्तेमाल की इजाजत नहीं होगी. तेज आवाज में संगीत बजाना और बिना अनुमति अन्य लोगों की तस्वीरें लेने की मंजूरी नहीं होगी. प्रत्येक श्रद्धालु को 20 डॉलर शुल्क का भुगतान करना होगा. भारत ने पाकिस्तान से भारतीय श्रद्धालुओं से शुल्क नहीं वसूलने का आग्रह किया था.

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डेरा बाबा नानक-करतारपुर साहिब गलियारे के रोजमर्रा के कामकाज को देखने के लिए पंजाब के डेरा बाबा नानक विकास प्राधिकरण के उपायुक्त-सह-मुख्य प्रशासक की अध्यक्षता में 10 सदस्यीय पैनल करतारपुर साहिब कॉरिडोर कार्यकारी समिति का गठन किया गया है. गुरुद्वारा दरबार साहिब में सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष बिताये थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुप्रतीक्षित करतारपुर गलियारे का आठ नवंबर को औपचारिक रूप से उदघाटन करेंगे. तब तक वहां अत्याधुनिक पैसेंजर टर्मिनल बनकर तैयार हो जायेगा. वहां तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए जिम्मेदार सरकारी अधिकारियों के लिए एक सुविधा केंद्र भी होगा, भोजन की दुकानें, पार्किंग स्थल बनाये जाएंगे और सुरक्षा बिंदु भी बनाये जायेंगे.

बृहस्पतिवार को भारत और पाकिस्तान ने ऐतिहासिक करतारपुर गलियारे को चालू करने संबंधी समझौते पर हस्ताक्षर किये. पिछले महीने भारत और पाकिस्तान के बीच गुरुद्वारा दरबार साहिब तक भारतीय तीर्थयात्रियों की वीजा रहित यात्रा पर सहमति बनी थी. इसके लिए तीर्थयात्रियों को केवल अपने पासपोर्ट लेकर जाना होगा. समझौते के तहत, श्रद्धालु सुबह के समय यहां पहुंचेंगे और गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन कर शाम तक लौटेंगे. हर दिन कम से कम 5,000 श्रद्धालुओं को बिना वीजा के इस पवित्र स्थल तक आने की अनुमति दी जायेगी. यह गलियारा सालभर और हफ्ते में सातों दिन चालू रहेगा.