बॉलीवुड के आस्कर विजेता और देश के सबसे मशहूर संगीतकार ए.आर रहमान का नाम आज पूरी दुनिया में लिया जाता है। इन्होंने देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी पहचाने जाते हैं। हालांकि इस मुकाम तक पहुंचने के लिए ए.आर रहमान ने बहुत ही संघर्ष किया हैं। यहां तक एक बार उन्होंने खुदकुशी करने का मन तक बना लिया था। ए आर रहमान की प्रतिभा सामने आने से पहले जीवन में एक समय ऐसा भी था जब वो अपने आप को असफल मानते थे।
वो हर वक्त खुदकुशी करने के बारें में सोचा करते थे। हाल ही में ए.आर रहमान ने अपनी जिंदगी के शुरूआत दिनों में बुरे दौर ने उन्हें मजबूत बनाने में मदद की थी।
ए.आर रहमान ने कहा कि, 25 साल तक, मैं खुदकुशी करने के बारे में सोचता था। हम में से ज्यादातर महसूस करते हैं कि यह अच्छा नहीं है। क्योंकि मेरे पिता का इंतकाल हो गया था तो एक तरह का खालीपन था… कई सारी चीजें हो रही थीं। इन सब चीजों ने मुझे और अधिक निडर बना दिया। मौत निश्चित है, जो भी चीज बनी है उसके इस्तेमाल की अंतिम तिथि निर्धारित है तो किसी चीज से क्या डरना।
ए.आर रहमान ने अपनी किताब ‘नोट्स ऑफ ए ड्रीम: द ऑथराइज्ड बॉयोग्राफी ऑफ ए आर रहमान’ में अपने मुश्किल दिनों और अन्य घटनाओं के बारे में बात की। उनकी इस किताब को कृष्ण त्रिलोक ने लिखा है। जिसका विमोचन शनिवार को मुंबई में किया गया था।