सेहत का रखें ख्याल : आम को यूं ही नहीं कहते फलों का राजा, आम खाने से मजबूत होती है इम्यूनिटी, स्वाद के साथ आम खाने के ये हैं फायदे
स्वाद के साथ फायदों की खान है आम। जी हां, आम को फलों का राजा माना जाता है। गर्मियां तो बिना आम के सेवन अधूरी है। आप कोई भी फल खा लें लेकिन आम को अपनी फ्रूट बास्केट में शामिल करना न भूलें। स्वाद के साथ आम खाने के कई फायदे हैं। आइए, जानते हैं 10 फायदे-
- कैंसर से बचाव
आम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कोलोन कैंसर, ल्यूकेमिया और प्रोस्टेट कैंसर से बचाव में फायदेमंद है। इसमें क्यूर्सेटिन, एस्ट्रागालिन और फिसेटिन जैसे ऐसे कई तत्व होते हैं जो कैंसर से बचाव करने में मददगार होते हैं। - आंखें रहती हैं चमकदार
आम में विटामिन ए भरपूर होता है, जो आंखों के लिए वरदान है। इससे आंखों की रौशनी बनी रहती है। - कोलेस्ट्रॉल नियमित रखने में
आम में फाइबर और विटामिन सी खूब होता है। इससे बैड कोलेस्ट्रॉल संतुलन बनाने में मदद मिलती है। - त्वचा के लिए है फायदेमंद
आम के गुदे का पैक लगाने या फिर उसे चेहरे पर मलने से चेहरे पर निखार आता है और विटामिन सी संक्रमण से भी बचाव करता है। - पाचन क्रिया को ठीक रखने में
आम में ऐसे कई एंजाइम्स होते हैं जो प्रोटीन को तोड़ने का काम करते हैं। इससे भोजन जल्दी पच जाता है। साथ ही इसमें उपस्थित साइर्टिक एसिड, टरटैरिक एसिड शरीर के भीतर क्षारीय तत्वों को संतुलित बनाए रखता है। - मोटापा कम करने में
मोटापा कम करने के लिए भी आम एक अच्छा उपाय है। आम की गुठली में मौजूद रेशे शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में बहुत फायदेमंद होते हैं। आम खाने के बाद भूख कम लगती है, जिससे ओवर ईटिंग का खतरा कम हो जाता है। - रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में
आम खाने से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता में भी इजाफा होता है। - सेक्स क्षमता बढ़ाने में
आम में विटामिन ई अधिक पाया जाता है और इससे सेक्स क्षमता बढ़ती है। साथ ही ये पौरुष बढाने वाला फल भी माना गया है। - स्मरण शक्ति में मददगार जिन लोगों को भूलने की बीमारी हो उन्हें आम का सेवन करना चाहिए। इसमें पाया जाने वाला ग्लूटामिन एसिड नामक एक तत्व स्मरण शक्ति को बढ़ाने में उत्प्रेरक की तरह काम करता है। साथ ही इससे रक्त कोशिकाएं भी सक्रिय होती हैं। इसीलिए गर्भवती महिलाओं को आम खाने की सलाह दी जाती है।
- गर्मी से बचाव गर्मियों में अगर आपको दोपहर में घर से बाहर निकलना है तो एक गिलास आम का पना पीकर निकलिए। न तो आपको धूप लगेगी और न ही लू। आम का पना शरीर में पानी के स्तर को संतुलित बनाए रखता है।
पका आम खाने से सातों धातुओं की वृद्धि होती है। पका आम दुबले-पतले बच्चों, वृद्धों व कृश लोगों को पुष्ट बनाने हेतु सर्वोत्तम औषध और खाद्य फल है।
पका आम चूसकर खाना आँखों के लिए हितकर है। यह उत्तम प्रकार का हृदयपोषक है तथा शरीर में छुपे हुए विष को बाहर निकालता है। यह वीर्य की शुद्धि एवं वृद्धि करता है। शुक्रप्रमेह आदि विकारों और वातादि दोषों के कारण जिनको संतानोत्पत्ति न होती हो उनके लिए पका आम लाभकारक है।
जिस आम का छिलका पतला एवं गुठली छोटी हो, जो रेशारहित हो तथा जिसमें गर्भदल अधिक हो, ऐसा आम मांस धातु के लिए उत्तम पोषक है।
शहद के साथ पके आम के सेवन से क्षयरोग ज एवं प्लीहा के रोगों में लाभ होता है। वायु और कफदोष दूर होते हैं। आम के रस में घी और सौठ डालकर सेवन करने से यह जठराग्निदीपक, बलवर्धक तथा वायु व पित्तदोष नाशक बनता है वायु रोग हो अथवा पाचनतंत्र न हो तो आम के है रस में अदरक का रस मिलाकर लेना हितकारी है।
यदि एक वक्त के आहार में सुबह या शाम केवल आम चूसकर जरा-सा अदरक लें तथा डेढ़ दो घंटे बाद दूध पियें तो ४० दिन में शारीरिक बल बढ़ता है तथा वर्ण में निखार आता है, साथ ही शरीर पुष्ट व सुडौल हो जाता है।
आम और दूध का एक साथ सेवन आयुर्वेद की दृष्टि से विरुद्ध आहार है, जो आगे चलकर चमड़ी के रोग उत्पन्न करता है।
लम्बे समय तक रखा हुआ बासी रस वायुकारक, पाचन में भारी एवं हृदय के लिए अहितकर है। अतः बाजार में बिकनेवाला डिब्बाबंद आम का रस स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
यूनानी के मतानुसार, पका आम आलस्य को दूर करता है, मूत्र साफ लाता है, क्षयरोग मिटाता है, गुर्द एवं बस्ति (मूत्राशय) के लिए शक्ति दायक है ।
कच्चा, स्वाद में खट्टा तथा तिक्त आम खाने से लाभ के बजाय हानि हो सकती है। कच्चा आम खाना हो तो उसमें गुड, धनिया, जीरा और नमक मिलाकर खा सकते हैं।