सक्सेस पाने के लिए सिर्फ ऑफिस में पूरी मेहनत के साथ काम करना काफी नहीं होता. ऑफिस में काम के दौरान कई दूसरी चीजों को भी देखा जाता है. उनके आधार पर ही आपका प्रमोशन, सैलरी में बढ़ोतरी या अन्य चीजों को तय किया जाता है. इसलिए अगर आप यह सोचते हैं कि आप अपना काम समय पर खत्म कर देते हैं तो आपके करियर को अच्छी ग्रोथ मिलेगी ऐसा नहीं है.
दरअसल, जाने-अनजाने हमारे अंदर कुछ ऐसी वर्क हैबिट्स पैदा हो जाती है, जो वास्तव में हमारे करियर को नुकसान पहुंचाती हैं और हमें इसका पता भी नहीं चलता. जब भी किसी कर्मचारी का ऑफिस में मूल्याकंन किया जाता है तो उसके काम के साथ-साथ कई छोटी-बड़ी बातों को भी ध्यान में रखा जाता है. आइए आपको बताते हैं ऐसी ही कुछ वर्क हैबिट्स के बारे में जो आपके करियर को बहुत अधिक डैमेज कर सकती हैं.
ऑफिस लेट पहुंचना
आप भले ही अपने काम में माहिर हों या फिर काम को तय समय से पहले ही पूरा कर देते हों, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप ऑफिस लेट पहुंच सकते हैं. किसी भी छोटे से छोटे ऑफिस में Punctuality को नोटिस किया जाता है, क्योंकि इससे आपकी काम के लिए प्रतिबद्धता का पता चलता है. जो कर्मचारी ऑफिस लेट पहुंचते हैं या फिर ऑफिस मीटिंग्स में समय पर नहीं जा पाते उन्हें लेकर सीनियर्स की अलग धारणा बन जाती है. उस समय आपकी काबिलियत को दरकिनार कर दिया जाता है. इसलिए जहां तक संभव हो, समय का पाबंद बनें. कोशिश करें कि आप ऑफिस टाइम से पंद्रह मिनट पहले ही पहुंच जाएं.
गलत ड्रेसिंग
जिन लोगों के ऑफिस में ड्रेस कोड नहीं होता, वह अपनी ड्रेसिंग पर बहुत अधिक ध्यान नहीं देते. अगर आप भी ऐसा करते हैं तो आज ही अपनी इस भूल को सुधारिए. भले ही सीनियर्स आपके काम को बारीकी से या करीब से न जानते हों, लेकिन आपकी ड्रेसिंग से उन्हें इस बात का अंदाजा होता है कि आप अपने काम को लेकर कितनी प्रोफेशनल हैं. आप चाहें किसी भी फील्ड से क्यों न हों, अपनी ड्रेसिंग पर जरूर फोकस करें. आपके कपड़े कई बार आपके काम का प्रतिनिधित्व करते हैं.
यह सच है कि काम के बीच ब्रेक आपको फिर से तरोताजा करने के लिए जरूरी है. लेकिन अगर आपके लंच ब्रेक्स बहुत अधिक लंबे होते हैं या फिर आप हर थोड़ी देर में ब्रेक लेते हैं तो इस आदत को तुरंत बदल दीजिए. इससे आपकी एक गलत इमेज बनती है. इसलिए आप ब्रेक लें, लेकिन बहुत जल्दी और लंबे ब्रेक लेने से बचें. हो सके तो पहले अपना काम खत्म कर लें, उसके बाद आप ब्रेक लें.
कॉन्फिडेंस में कमी
यह एक ऐसी वर्क हैबिट है, जो आपके करियर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है. साथ ही प्रोफेशनल इमेज को भी खराब करती है. हम में से अधिकतर इस ओर ध्यान ही नहीं देते. दरअसल, ऑफिस में होने वाली मीटिंग्स या प्रेजेंटेशन के लिए अगर आप पहले से ही तैयार नहीं है और आप में कॉन्फिडेंस की कमी नजर आ रही है तो इससे सीनियर्स के बीच आपकी छवि नेगेटिव बनती है. भले ही आपको प्रेजेंटेशन न देनी हो, लेकिन फिर भी आपको मीटिंग में होने वाली चर्चा की पूरी जानकारी होनी चाहिए ताकि आप डिस्कशन का हिस्सा बन सकें. आपको पहले से ही पूरी रिसर्च करके मीटिंग में जाना चाहिए. अगर आप ऐसा करते हैं तो आपकी काबिलियत जल्द ही सीनियर्स की नजर में आती है और इससे आपके करियर को भी फायदा होता है.