आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने आईसीडीएस के अलावा दूसरे कार्य ना कराए जाने के सम्बंध में 27 नवम्बर को रैली निकाल प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग के नाम अपर कलेक्टर बीडी सिंह को ज्ञापन सौंपा. जिसमें कार्यकर्ताओं ने खाद्यान्न पर्ची के सर्वे, सत्यापन और अपात्र लोगों के नाम काटने के कार्य में ड्यूटी नहीं लगाए जाने की मांग करते हुए, अपनी जान को खतरा होना बताया. ज्ञापन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने उल्लेख किया है कि यह विवादस्पद कार्य है. उनका कहना है कि जिन लोगों के गलत नाम गरीबी रेखा से जुड़े हैं सभी ताकतवर लोग हैं.
जिन्होंने अपनी ताकत के बल पर नाम जुड़वाएं हैं. उन नामों को काटने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई है. उससे उनका क्षेत्र में काम करना मुश्किल हो जाएगा. यह ताकतवर लोग अपने नाम काटने की स्थिति में आंगनबाड़ी कर्मियों के साथ मारपीट भी कर सकते हैं. केन्द्र में आने जाने के समय कोई भी अप्रिय घटना घट सकती है. शासन द्वारा इस कार्य पर लगाए गए अन्य सभी शासकीय कर्मचारी हैं. शासकीय कर्मचारी के रूप में सुरक्षा व अधिकारी सम्पन्न हैं. लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इनसे वंचित हैं. उनका कहना था कि पूर्व में भी हाईकोर्ट के आदेश पर महिला बाल विकास विभाग द्वारा आईसीडीएस के अलावा अन्य कार्यो पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी नहीं लगाए जाने के आदेश जारी किए गए हैं.