हर ऑफिस के रिसेप्शन पर एक सुंदर सी लड़की होती है, जोकि ऑफिस में दाखिल होते ही आपको प्यारी सी स्माइल के साथ गुडमॉर्निंग कहती है। मगर क्या आपने कभी सोचा है कि अक्सर लड़कियों को ही क्यों रिसेप्शनिस्ट बनाया जाता है, लड़कों को क्यों नहीं?। तो चलिए आज हम आपको बताते है कि आखिर रिसेप्शनिस्ट की जॉब के लिए लड़कियों को ही क्यों चुना जाता है। इसलिए लड़कियों को ही बनाया जाता है रिसेप्शनिस्ट….
1. ज्यादातर बिजनेसमैन का मानना है कि लड़कों की तुलना में लड़कियां बिजनेस को ज्यादा बढ़ावा देती हैं। अगर वह किसी क्लाइंट को मुस्कुरा कर जवाब दे तो वह व्यक्ति किसी डील के लिए मना नहीं कर पाता।
2. लड़कियां लड़कों के मुकाबले काम को ज्यादा अच्छी तरह से समझती हैं। लड़कियां पूछे जाने वाले सवाल को भी विस्तार में समझाती हैं, जबकि लड़के शॉर्टकट में समझाते हैं।
3. इतना ही नहीं, लड़कियों में लड़कों के मुकाबले ज्यादा पेशेंट होता है। इसलिए वह किसी भी क्लाइंट के सवालों से जल्दी परेशान नहीं होती। वह अपने काम के प्रति भी समर्पित रहती हैं।
4. लड़कियों का एक गुण यह भी है कि वह लड़कों की तरह ड़िंगे नहीं मारती है और उन्हें जो भी काम दिया जाए वह उसे अच्छे से पूरा करती हैं।
5. हर लड़की क्लाइंट से प्यार से बात करती है, जिससे अगर सामने वाला गुस्से में भी है तो वह शांत हो जाता है। वहीं अगर रिसेप्शन पर कोई लड़का हो और वो क्लाइंट को गुस्से में जवाब दे तो बिजनेस डील कैंसल ही कर देगा।
6. लड़कियों के रिसेप्शनिस्ट होने का एक फायदा यह भी है कि वह कुर्सी पर बैठी रहती है। जबकि लड़के अपनी जगहें पर नहीं टिकते और इधर-उधर घूमते रहते हैं।
7. लड़कियों को ऑफिस के आकर्षण का केंद्र माना जाता है। क्योंकि बिजनेसमैन को लगता है कि सुंदर लड़कियां सभी को अट्रैक्टिव कर देती है, जोकि काम के लिए अच्छा है।