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राजनांदगांव : शादी समारोह का बचा पुलाव मध्याह्न भोजन में परोसा था, इसी वजह से बच्चों की बिगड़ी तबीयत…

छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ इलाके में बासी खाना खाने से स्कूली बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। रूर्बन ग्राम मुरमुंदा के प्राइमरी स्कूल के बच्चों को मध्याह्न भोजन में शादी समारोह के बचे पुलाव को परोसने का मामला सामने आया है। बासी भोजन खाने के बाद कई बच्चों को पेट दर्द की शिकायत हुई और तबीयत बिगड़ने के बाद इलाज कराया गया। मध्यह्न भोजन का संचालन करने वाली महिला समूह की लापरवाही को छिपाने मामले को गांव में ही रफा-दफा करने की तैयारी थी। बच्चों को गुरुवार के दिन शादी का बचा हुआ पुलाव परोसा गया। जिसके बाद 6 से अधिक बच्चे बीमार पड़ गए। 
 

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मध्याह्न भोजन बनाने का काम करने वाली संतोषी माता महिला स्व सहायता समूह की लापरवाही सामने आने के बाद भी मामले की जानकारी बीईओ को भी नहीं दी गई। दो दिनों का तक मामले को ग्राम स्तर पर ही दबाने की कोशिश की गई। मीडिया के माध्यम से जानकारी मिलने के बाद शनिवार को बीईओ प्रशांत चितर्वकर ने स्कूल पहुंचकर पूरी जानकारी ली तो महिला समूह की लापरवाही उजागर हुई। बुधवार को गांव के मोहम्मद हमीद के घर शादी समारोह था, जहां रात में पुलाव बनाया गया था। गुरुवार को महिला समूह ने मीनू के अनुसार भोजन नहीं पकाया और बासी पुलाव को गरम कर दोपहर में परोस दिया गया।
स्कूल के हेडमास्टर की जवाबदारी है कि भोजन तैयार होने के पहले निरीक्षण कर गुणवत्ता देखें। उन्होंने निरीक्षण तो किया लेकिन पुलाव  देखकर सवाल भी नहीं किया। जबकि यह मैन्यू में नहीं था। एचएम रीता चक्रवर्ती का कहना है कि महिला समूह से उन्होंने पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि पुलाव को उन्होंने बनाया है। मैन्यू के मुताबिक सोमवार को दाल, चावल, सब्जी मंगलवार को दाल, चांवल, सब्जी बुधवार को दाल, चावल, सब्जी गुरुवार को दाल, चावल, अचार शुक्रवार को दाल, चावल, सब्जी शनिवार को दाल, चावल, सब्जी, मीठा मीनू के अनुसार बच्चों को परोसना है। बीईओ प्रशांत ने बताया कि महिला स्व सहायता समूह की लापरवाही उजागर हुई है उनपर कार्रवाई की जाएगी।

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