अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, चराइदेव: असम – अरुणाचल के सिमा पर बसे भोगबारि गांव के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए वंचित रहते है। यहाँ पर बच्चे बिगड़े हुए घर के माहौल के कारन ठीक से स्कूल नहीं जा पाते है। घर पर पुरुष नशे की हालत में होता है। जिसके कारण बच्चे बिगड़े माहौल के बीच ज़्यादातर समय घर के बाहर बगानों में बितानी पड़ती है। इन समस्यायों के बीच स्थानीय युवती अनिंदिता अपने हिम्मत और साहस से कई भटके बच्चों को नई दिशा दे रही है।
अब गांव के 200 बच्चे स्कूल जाने लगे है, वही लाइब्रेरी की सुविधा के साथ निशुल्क कपड़े भी दिए जाते है, जो उन्हें क्लॉथ हाउस से प्राप्त होते है। अनिंदिता ने अपनी बात साझा करते हुए कहा – ” बच्चों का हाल बहुत बुरा था, वे ज़्यादातर समय बाहर बगीचों – बगानों में बिताने मजबूर थे, क्यों की घर के माहौल अच्छे नहीं थे। रोड लाइब्रेरी के खुलने से बच्चों में एक उत्सुकता और किरण की नई उम्मीद जागी है।” अब तो गांव के बड़े – बुजुर्ग भी इस मुहीम से जुड़ने लगे है। और पढाई लिखाई के महत्व को समझने लगे है।