मानवीय प्रतिरक्षी अपूर्णता विषाणु [मा.प्र.अ.स.] (एच.आई.वी) संक्रमण के बाद की स्थिति है, जिसमें मानव अपने प्राकृतिक प्रतिरक्षण क्षमता खो देता है। एड्स स्वयं कोई बीमारी नही है पर एड्स से पीड़ित मानव शरीर संक्रामक बीमारियों, जो कि जीवाणु और विषाणु आदि से होती हैं, के प्रति अपनी प्राकृतिक प्रतिरोधी शक्ति खो बैठता है क्योंकि एच.आई.वी (वह वायरस जिससे कि एड्स होता है) रक्त में उपस्थित प्रतिरोधी पदार्थ लसीका-कोशो पर आक्रमण करता है। एड्स पीड़ित के शरीर में प्रतिरोधक क्षमता के क्रमशः क्षय होने से कोई भी अवसरवादी संक्रमण, यानि आम सर्दी जुकाम से ले कर क्षय रोग जैसे रोग तक सहजता से हो जाते हैं और उनका इलाज करना कठिन हो जाता हैं।
एड्स एक ऐसी बीमारी है। जो एचआईवी वायरस के कारण होता है यानी शुरुआत में व्यक्ति को एड्स नहीं बल्कि एचआईवी होता है। सही समय पर एचआईवी का पता चलने पर अगर इलाज और दवाएं शुरू कर दी जाए तो व्यक्ति को एड्स के खतरे को कम किया जा सकता है। इलाज ना मिलने पर एचआईवी वायरस एड्स का कारण बनते हैं। और एक गंभीर स्थिति है क्योंकि इसका इलाज अब तक संभव नहीं हुआ है। दोस्तों आज मैं आपको एचआईवी के चार संकेत के बारें में बताने वाली हूँ। तो आइए जानते हैं।
1) अगर आप रात में सोने से अपने आपको असमर्थ पाते हैं। क्योंकि आप जैसे ही रात में सोते हैं तो आप अपने शरीर से निकलने वाले अधिक पसीने को रोक नहीं पाते हैं और जिससे आपकी नींद बाधित होती है तो इस प्रकार के लक्षण को एचआईवी एड्स के संक्रमण के प्राथमिक कारणों में से एक माने जाते हैं और यह चिंता का कारण हो सकता है। अगर आपके साथ यह समस्या है तो आप डॉक्टर से तुरंत मिले और इसका इलाज करवाएं।
2) दोस्तों,लिम्फ नोड्स शरीर के इम्यून सिस्टम का हिस्सा होता है और इसमें इम्यून सेल्स स्टोर रहती है। एचआईवी संक्रमण होने पर इम्यूनिटी सिस्टम प्रभावित होता है जिससे यह ब्लड सूज जाते हैं या गर्दन में सिर के पीछे कमर में और आर्मपिट्स में होते हैं। इनमें किसी तरह की सूजन या बदलाव दिखते हैं। अगर आपको यह समस्या हो रही है तो आप डॉक्टर से जरूर मिले और इसका सही समय पर इलाज करवाएं।
3) पूरे बदन में खुजली और जलन होना त्वचा पर लाल चकत्ते और खुजली होना त्वचा का पीला पड़ना भी एड्स के लक्षण हो सकते हैं। अंगों में घाव संक्रमण या खुजली की बीमारी होना और लंबे समय तक इनका बने रहना, दवाई लेने के बावजूद मरीज का ठीक ना होना भी एड्स के लक्षण हो सकते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो आप डॉक्टर के पास चेकअप के लिए जाएं और इसका इलाज करवाएं।
4) आपको लगातार बुखार आना भी एड्स का लक्षण है। अगर आपको लगातार बुखार आ रहा है तो आप सावधान रहें क्योंकि लगातार आने वाला बुखार एड्स का एक लक्षण हो सकता है। इस बीमारी में इम्यून पावर कम हो जाता है जिसके कारण आपका प्रतिरोधी तंत्र बार-बार बुखार रोक नहीं पाता है। अगर आपको भी लगातार बुखार आ रहा है तो आप डॉक्टर से मिले।